दिन प्रति दिन खराब होती जा रही पाक की आर्थिक हालात, नेपाल व भूटान को गरीबी में झोडा पीछे

पाकिस्तान के आर्थिक हालात (Pakistan Weak Economy) दिन प्रति दिन खराब होते जा रहे है. आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान की स्थिति आने वाले साल में और भी बदतर होने वाली है. आलम ये हैं कि इस साल पाकिस्तान की जीडीपी (Pakistan GDP Growth Rate) रफ्तार नेपाल और मालदीव से भी पिछड़ जाएगी. एशियन डेवल्पमेंट बैंक (Asian Development Bank) की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण एशियाई देशों (South Asian Countries) में पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ सबसे कम रहने वाली है. वित्त वर्ष 201-20 में यह 2.8 फीसदी रह सकती है. यह 6 साल का निचला स्तर है.

पाकिस्तान के अखबार द न्यूज में छपी के मुताबिक, एडीबी ने वित्त वर्ष में जारी किए अपने अनुमान में बताया है कि दक्षिण एशियाई देशों में पाकिस्तान की आर्थिक ग्रोथ सबसे कम रह सकती है. एडीबी की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान की जीडीपी ग्रोथ मौजूदा वित्त वर्ष में 3.4 फीसदी, श्रीलंका की 3.5 फीसदी, भूटान की 6 फीसदी, मालदीव और नेपाल की 6.3 फीसदी, भारत की 7.2 फीसदी और बांग्लादेश की 8 फीसदी रहने का अनुमान है.

महंगाई तोड़ेगी आम आदमी की कमर- ADB की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल आम आदमी को महंगाई से राहत नहीं मिलने वाली है. पाकिस्तानी रुपये की कमजोरी और ज्यादा टैक्स के चलते महंगाई दर 12 फीसदी के आस-पास रहने का अनुमान है. मौजूदा समय में महंगाई 11 फीसदी के ऊपर बनी हुई है.

पाकिस्तान की बदहाली की वजह क्या है-एडीबी की रिपोर्ट में बताया गया है कि कृत्रि क्षेत्र में सुधार के बावजूद पाकिस्तान की आर्थिक ग्रोथ तेजी से गिर रही है. पाकिस्तान की कमजोर नीतियों की वजह से राजकोषीय घाटा बढ़ता जा रहा है.