मसूर की दाल खाने से मिलता है बड़ा फायदा

मसूर दाल का जूस (25 ग्राम दाल 400 मिली. पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी घटकर 200 मिली. ना रह जाए) लो फैट, कोलेस्ट्रॉल रहित, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसके सेवन से पेट में भारीपन, गैस, एसिडिटी, गले छाती में जलन, पेट दर्द आदि पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

 

कभी लूज मोशन, कभी कब्ज, इरीटेबल बॉवेल सिंड्रोम बीमारी के लक्षण हैं। ऐसा होने पर एक कप मसूर दाल को एक लीटर पानी में उबाल लें। इस पानी को दिन में 3-4 बार पिएं।

यूरीन की मात्रा कम हो या पेशाब करते वक्त दर्द जलन आदि महूसस हो तो पतली मसूर दाल का जूस दिन में 2-3 बार या जरूरत पड़ने पर तीन घंटे के अंतराल पर आधा-आधा कप पी लें। लेकिन इंफेक्शन की वजह से ऐसा है, तो उसके लिए दवा लेनी पड़ेगी।

ज्यादातर घरों में अरहर, मूंग और चने की दालें खाई जाती है। इनके सेवन के अपने फायदे हैं, लेकिन न्यूट्रिएंट्स के लिहाज से मसूर की दाल (Masoor ki dal) को न्यूट्रीशन का पावर हाउस (Power House Nutrition) कहा जाता है।

डाइटीशियन संगीता मिश्र बताती हैं कि आमतौर पर मसूर दाल की 2-3 किस्मों से ही लोग वाकिफ हैं, जबकि दुनिया भर में इसकी 12 किस्मों की खेती की जाती है। इसमें इतनी प्रचुर मात्रा में प्रोटीन (Protein), फाइबर (Fiber), पोटेशियम (Potassium), जिंक, कैल्शियम (Calcium), नायसिन जैसे मिनरल्स और विटामिन पाए जाते है, लेकिन इसके फायदों को जानने के बाद आप इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

सेहत विशेषज्ञ मसूर की दाल को एनर्जी बूस्टर इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में फाइबर्स और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। धीरे-धीरे बर्न होने की वजह से यह लंबी अवधि तक शरीर को एनर्जी देती है।