कोविड-19 का टीका नहीं खरीदेगा पाकिस्तान, लोगो को ऐसे करेंगे ठीक

पाकिस्तान ने इस साल सात करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है। PAC के अध्यक्ष राणा तनवीर हुसैन के एक सवाल के जवाब में, NHS के सचिव ने कहा कि पाकिस्तान को मार्च के मध्य तक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए एस्ट्राजेनेका टीके की पहली खेप मिलेगी और शेष के जून तक देश में आने की उम्मीद है।

NHS के सचिव ने PAC को बताया कि दूसरे चरण में अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में काम करने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोग भी टीकाकरण के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

‘डॉन’ अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा NHS) के सचिव आमिर अशरफ ख्वाजा ने गुरुवार को लोक लेखा समिति PAC) को बताया कि पाकिस्तान सरकार की जल्द से जल्द टीके खरीदने की कोई योजना नहीं है और उसका उद्देश्य कोविड-19 से हर्ड इम्युनिटी और दान किए गए टीकों के जरिये ही निपटने का है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल आमिर आमेर इकराम के अनुसार चीन के टीके कैनसिनो की एक खुराक की कीमत 13 अमेरिकी डॉलर है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दाताओं और चीन जैसे मित्र देशों पर भरोसा कर रहा है।

 पाकिस्तान की सरकार का कोरोना वायरस के टीके खरीदने का कोई प्लान नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार का उद्देश्य सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता हर्ड इम्युनिटी) और चीन जैसे मित्र देशों से दान किये गए टीकों के जरिये कोविड-19 की चुनौती से निपटने का है।

पाकिस्तान ने अभी तक 4 टीकों, सिनोफ्राम चीन), ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ब्रिटेन), स्पूतनिक-वी रूस) और कैनसिनो बायो चीन) का रजिस्ट्रेशन किया है। बता दें कि पाकिस्तान को मार्च के मध्य तक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए एस्ट्राजेनेका टीके की पहली खेप मिलेगी।