कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए हो सकती है खतरनाक, बना ये खतरा…

संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ नितिन शिंदे के हवाले से एक खबर छापी थी जिसमे उसने कहा था कि ऐसे समय में शिशुओं के लिए वैक्सीन विकसित करना बेहद महत्वपूर्ण है.

यदि वैक्सीन विकसित नहीं किया गया, तो तीसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर 18 साल के कम उम्र के बच्चे संक्रमण के शिकार होने की संभावना है.

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, कोरोना वायरस की तीसरी लहर की शुरुआत भी महाराष्ट्र से ही हो सकती है. हालांकि, अभी इस बात को लेकर विशेषज्ञ एकमत नहीं हैं कि कोरोना की तीसरी लहर कब से शुरू होगी. खबरों की मानें तो जुलाई से सितंबर महीने के बीच कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है.

तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर महाराष्ट्र में सरकारी स्तर पर अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है. पिछले दिनों इंडियन एक्सप्रेस ने इस बाबत खबर दी थी जिसमें उसने कहा था कि बृहन् मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) शिशु कोविड केयर फैसिलिटी स्थापित करने की योजना तैयार कर रहा है.

ताकि तीसरी लहर के दौरान संक्रमित बच्चों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके. इसके अलावा, बीएमसी की ओर से उन बच्चों के लिए एक क्रेच का नेटवर्क भी तैयार किया गया है, जिनके माता-पिता कोरोना शहर के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में इलाजरत हैं.

देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 4,14,188 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,14,91,598 हो चुकी है. वहीं 3,915 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,34,083 हो गई है.

इस दूसरी लहर में देश की युवा पीढ़ी सबसे अधिक संक्रमित हो रही है. इसके पूर्व, पहली लहर के दौरान कोरोना ने बुजुर्गों को अपने संक्रमण की चपेट में लिया था. इसी बीच अब कोरेना संक्रमण की तीसरी लहर की चिंता लोगों को सता रही है. इस लहर में 6 से 12 साल के बच्चों को ज़्यादा खतरा बताया गया.