मध्‍य प्रदेश मे बनी कोरोना वायरस की स्थिति गंभीर, अस्पतालों में नहीं ऑक्सीजन

राज्य ने कल 13,107 नए कोविड-19 संक्रमणों की सूचना दी, पिछले साल कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद से यह एक दिन में सबसे ज्‍यादा मामले हैं। राज्य में अब कुल 4,46,811 मामले दर्ज किए गए हैं।

कुल ताजा मौत के साथ कुल मृत्यु संख्या बढ़कर 4,788 हो गई है। अकेले अप्रैल में एमपी में 1,51,300 नए मामले और 802 मौतें हुई हैं। मध्य प्रदेश में ठीक होने वालों की संख्‍या 3,59,755 है।

राजधानी भोपाल के केसलोड 1,709 नए मामलों के साथ 73,676 हो गया है। बुधवार को बीमारी से पीड़ित पांच और मरीजों के साथ भोपाल में 687 लोगों की मौत की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि मध्य प्रदेश की राजधानी में शून्य ऐसे बेड उपलब्ध हैं, जिसका मतलब है कि COVID मरीजों को वेंटिलेटर या ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी, उनको भोपाल में जीवन रक्षक सुविधाएं नहीं मिल सकेंगी।

शहर में सिर्फ 30 क्‍वारंटीन बिस्तर उपलब्ध हैं। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 26 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक शहर पहले से ही कर्फ्यू के अधीन है। मध्य प्रदेश में रोजाना कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी जा रही है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसके बाद शहर के अस्‍पतालों में बिस्‍तर खत्‍म हो गए हैं। नवीनतम अपडेट के अनुसार, गुरुवार तक भोपाल में 103 कोविड-19 अस्पतालों में से एक भी ऑक्सीजन या आईसीयू बिस्तर उपलब्ध नहीं है।