कोरोना वायरस ने पुतिन के राजनीतिक एजेंडे को दिया बड़ा झटका, 22 अप्रैल को करने वाले थे ये बड़ा काम

रूस में संवैधानिक संशोधनों को आखिरी रूप देने के लिए 22 अप्रैल को होने वाला जनमत संग्रह टल गया है। दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पैदा हुए हालातों को देखते हुए इसे टाल दिया गया है। इसके कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक एजेंडे को बड़ा झटका लगा है।

दरअसल शुरुआत में कोरोना वायरस महामारी को रूसी प्रशासन और अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया था, लेकिन अब कोविड-19 संक्रमण पुतिन के लिए अप्रत्याशित चुनौती बन गया है। ऐसे में पुतिन की राजनीतिक लोकप्रियता इस बात पर निर्भर करती है कि वह इस संक्रमण को काबू कर पाते हैं या नहीं।

चाथम हाउस के रूसी और यूरेशिया कार्यक्रम के वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता निकोलई पेत्रोव ने बताया है कि संक्रमण के चलते मध्य जनवरी से चल रहा पूरा राजनीतिक एजेंडा खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, ”इस समय मुझे लगता है कि हम संवैधानिक संशोधन को भूल सकते हैं।”