इस देश में नहीं मिल रही कोरोना वैक्सीन , ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप

इस बैठक में ममता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आलाव छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल नहीं थे। योगी असम में चुनाव प्रचार कर रहे थे।

इस दौरान पीएम ने छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, केरल और ओडिशा का जिक्र करते हुए कहा कि इन राज्यों में रैपिड एंटीजन टेस्टिंग पर ही ज्यादा बल दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इससे काम नहीं चलने वाला। देश के सभी राज्यों को आरटी-पीसीआर टेस्ट रेट बढ़ा कर 70 फीसद से ऊपर रखना होगा। जहां जरूरी हो, माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाएं और किसी भी तरह की ढिलाई न बरतें।]

सरकार ने बताया कि 17 मार्च तक के आंकड़ो के अनुसार बंगाल को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कुल 52.90 लाख डोज सप्लाई किए गए हैं। इसमें से टीकाकरण अभियान के दौरान राज्य सरकार ने 30.89 लाख का इस्तेमाल किया है, जबकि अभी भी 22.01 लाख कोरोना टीके के डोज बचे हुए हैं।

बता दें कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विभिन्न मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिस्सा नहीं लिया था। कोरोना के मुद्दे पर हुई इस बातचीत में पीएम के साथ बंगाल के चीफ सेकरेट्री अलापम बंधोउपाध्याय शामिल हुए थे। उन्होंने बैठक के दौरान वैक्सीन का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि बंगाल को और टीकों की जरूरत है।

देश में कोरोना (Coronavirus) के कहर की दूसरे लहर के साथ ही वैक्सीनेशन (Vaccination) का काम तेजी से जारी है। इसी बीच महाराष्ट्र (Maharastra), राजस्थान (Rajsthan) के बाद अब पश्चिम बंगाल (West Bengal) का कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार के साथ विवाद हो गया।

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने कहा है कि राज्य में प्रयाप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। सीएम ममता के इस बयान को खारिज किया है।

ममता ने बुधवार को सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र कोरोना के टीके राज्य को उपलब्ध नहीं करवा रहा है। इसके जवाब में केंद्र सरकार ने टीकों के डेटा की जानकारी देते हुए कहा कि अभी भी 20 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज बंगाल सरकार के पास बची हुई हैं।