वुहान में संक्रमण फैलने के दौरान चर्चा में आए शंघाई के डॉक्टर झांग वेनहोंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि संक्रमण के मामले फिर से फैल रहे हैं और वायरस से मुक्ति नहीं मिल पा रही है अत: चीन की रणनीति बदल सकती है।
उन्होंने कहा, ”दुनिया को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा।” संक्रमण के ये नए मामले ऐसे कई लोगों में भी सामने आए हैं जिन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ले ली है जिससे यह चिंता पैदा हो गयी है इससे निपटने के कारण चीन में विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित हो सकती हैं।
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी चीन में ‘बंद’ की रणनीति को फिर से अपना रही है। 15 लाख की आबादी वाले शहर में आवाजाही को बंद कर दिया गया है, उड़ानों को रद्द कर दिया गया और कुछ इलाकों में बड़े पैमाने पर जांच के आदेश दिए गए हैं।
हर संक्रमित व्यक्ति को अलग करने की नीति और विदेश से संक्रमण के नए मामलों को आने से रोकने की कोशिश कर चीन को पिछले साल महामारी पर काबू पाने में काफी मदद मिली थी जिससे वह काफी हद तक संक्रमण मुक्त हुआ था।
चीन में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप का प्रकोप बढ़ता दिख रहा है जिसके चलते नेताओं को शहरों को बंद करने की रणनीति फिर से अपनानी पड़ रही है।
कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के मामले बढ़ने के कारण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया की अन्य जगहों पर पाबंदियों को फिर से लगाया जा रहा है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार पिछले साल वुहान में कोरोना वायरस के मामले चरम पर पहुंचने के बाद वायरस के अब तक के सबसे गंभीर प्रकोप से जूझ रही है।