उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी ने मचाया आतंक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया ये निर्देश

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बना रहे, इसके लिए सभी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन का ऑडिट कराया जाना चाहिए. योगी ने कहा, “ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ त्वरित और कठोरतम कार्रवाई की जाए.”

योगी ने प्राइवेट अस्पतालों से कहा है कि अगर वो अपना ऑक्सीजन प्लांट लगाना चाहते हैं, तो शासन को इस बात की जानकारी दें. सीएम ने कहा, “हर जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी.”

राज्य सरकार ने कहा है कि व्यक्तिगत आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन देते समय डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और आधार कार्ड की जानकारी नोट की जाएगी.

इस फैसले के बाद हो सकता है कि लोगों को सिलिंडर जुटाने में मुश्किल आ जाए. साथ ही संस्थागत आपूर्ति के क्या मायने हैं, ये भी स्पष्ट नहीं है. ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि ड्रग इंस्पेक्टरों ने प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी है.

योगी आदित्यनाथ ऑफिस के ट्विटर अकाउंट पर कहा गया कि ‘अति गंभीर परिस्थिति को छोड़कर किसी भी इंडिविजुअल व्यक्ति को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की जाएगी.’ इसका मतलब है कि उत्तर प्रदेश में अब हर व्यक्ति को मेडिकल ऑक्सीजन नहीं मिल पाएगी.

सरकार ने ये नहीं बताया है कि ‘अति गंभीर परिस्थिति’ किसे माना जाएगा. अभी तक जिन लोगों को अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड नहीं मिल पा रहे थे, वो किसी तरह ऑक्सीजन सिलिंडर का इंतजाम कर घर पर ही इलाज करा रहे थे.

उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. रोजाना रिकॉर्ड नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, अस्पतालों से बेड और ऑक्सीजन खत्म होने की शिकायतें सामने आ रही हैं.

राजधानी लखनऊ के कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत के पोस्टर तक चिपकाए गए हैं. अब सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि राज्य में ‘ऑक्सीजन की केवल संस्थागत आपूर्ति ही होगी.’