कोरोना के प्रकोप : अस्पताल में बेड की कमी, फुटपाथ पर सोने को मजबूर कोरोना मरीज

स्वास्थ्य मंत्री ने बीदर की स्थिति को लेकर कहा कि BRIMS जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है, लेकिन वहां पर भी मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है. लगातार बेड्स की संख्या को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.

दूसरी ओर बीदर के डिप्टी कमिश्नर का कहना है कि जिले में बेड्स का संकट नहीं है, जिन मरीजों को बेड्स की जरूरत है उन्हें मुहैया कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि BRIMS के पुराने अस्पताल में 450, नए अस्पताल में 550 बेड्स मौजूद हैं. इतना ही नहीं, गलत जानकारी फैलाने वालों पर एक्शन लेने की भी बात कही है.

गौरतलब है कि कर्नाटक में कोरोना के कारण हालात इतने खराब हैं कि बीते दिन ही मुख्यमंत्री बीएस. येदियुरप्पा ने कहा था कि अब संकट बेकाबू हो गया है और हऱ घर में कोरोना के मरीज हैं. कर्नाटक में इस वक्त 2 लाख के करीब कोविड के एक्विट मरीज हैं.

ये तस्वीर बीदर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के बाहर की है. जब इसने हर जगह सुर्खियां बटोरीं, तो राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने सिर्फ ये कहा कि बीदर में कोरोना के कारण हालात काफी खराब हैं.

बुधवार को ही बीदर में 202 नए कोरोना के मामले सामने आए, जिसके बाद कुल केस की संख्या 14 हजार से अधिक हो गई है. जबकि बीते 24 घंटे में यहां पांच लोगों की मौत हुई है.

देश में इस वक्त कोरोना संकट के कारण भयावह स्थिति हो गई है. कर्नाटक भी कोरोना की नई लहर का सामना कर रहा है. कर्नाटक के बीदर से एक वीडियो सामने आया है.

जिसमें अस्पताल के बाहर कोविड मरीज फुटपाथ पर लेटा हुआ है. क्योंकि अस्पताल में बेड्स नहीं हैं, इसलिए मरीजों को बाहर इंतजार करना पड़ रहा है और वो फुटपाथ पर ही लेट जा रहे हैं.