कोरोना के चलते नवंबर में होगा ये, पड़ सकते हैं…

लॉकडाउन के बाद सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय 60 फीसदी तक बढ़ाए जाने की वजह से नवंबर के पहले सप्ताह तक मांग को पूरा किया जा सकता है। इसके बाद 5.4 महीनों तक आइसोलेशन बेड, 4.6 महीनों तक आईसीयू बेड्स और 3.9 महीनों तक वेंटिलेटर्स में कमी आ सकती है। .

 

हालांकि, स्टडी में दावा किया गया है कि यदि लॉकडाउन और जन स्वास्थ्य उपायों को नहीं किया जाता तो हालात और खराब हो जाते। इनकी वजह से जो पहले हालात होते, उससे अब आने वाले समय में 83 फीसदी की कमी होगी। रिसर्चर्स का कहना है कि यदि जन स्वास्थ्य उपायों को 80 फीसदी तक और बढ़ाया जाता है तो फिर महामारी से हालात काफी कम बिगड़ सकते हैं।

कोरोना वायरस महामारी का पीक भारत में नवंबर महीने में आएगा। आठ सप्ताह के लॉकडाउन की वजह से महामारी का चरम स्तर 34-76 दिनों के लिए टल गया है।

वहीं, लॉकडाउन के खत्म होते-होते 69-97% मामले कम हो गए। यह बात इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा गठित एक रिसर्च ग्रुप के स्टडी में सामने आई है। स्टडी के अनुसार, नवंबर महीने में जब कोरोना के मामले पीक पर होंगे, तब भारत में आईसीयू बेड्स और वेंटिलेटर्स की कमी हो सकती है।