बंगाल में कम नहीं हुआ कोरोना का संक्रमण, तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों को अलर्ट जारी

ऐसे में विभाग भी इसी लिहाज से तैयारी कर रहा है. जिसको देखते हुए आज से अगले 20 दिन बेहद अहम बताये जा रहे हैं. ऐसे में सभी पीएचसी, सीएचसी व अनुमंडलीय अस्पतालों में वायरल व बुखार के आने वाले मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य कर दी गयी है.

खासकर बच्चों को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. लिहाजा जिले के अनुमंडलीय व कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पीकू (पीआइसीयू) बनाये जा रहे हैं. अगर लहर आती है, तो जिले के अधिकांश सीएचसी में भी 30-30 बेड के कोविड वार्ड बनाने के निर्देश दिये गये हैं. निर्देश के तौर पर सिविल सर्जन ने डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी व आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि अब लापरवाही बरतने का समय नहीं है.

सिविल सर्जन के निर्देश में कहा गया है कि जिले में कोविड जांच का दायरा बढ़ाया जाये. साथ ही कोविड नियम का पालन करने के लिए आम लोगों से अपील की है. गौरतलब है कि फिलहाल पटना जिले में कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगा हुआ है.

बुधवार को जिले में चार नये मरीज मिले. कुल 14 मरीज ही जिले में एक्टिव हैं. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि स्वास्थ्य से जुड़े वैज्ञानिक व एजेंसियों ने सितंबर व अक्तूबर में तीसरी लहर की आशंका जतायी है.

केरल, मुंबई और बंगाल में कोरोना संक्रमण अभी कम नहीं हुआ है. इन राज्यों में संक्रमण की रफ्तार कुछ बढ़ी है. विशेषज्ञ इसे तीसरी लहर की आहट भी मान रहे हैं.

अब दूसरे प्रदेश में बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी राज्य में भी सितंबर माह में मामले बढ़ने की आशंका जता रहा है. जिसको देखते हुए सिविल सर्जन ने जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अनुमंडलीय अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है.