कोरोना ने इस राज्य में मचाया हाहाकार, एक साथ जलीं 23 चिताएं, कम पड़ गई जमीन

पुणे को महाराष्ट्र का सबसे प्रभावित जिला कहा जा सकता है. यहां अब तक 7 लाख से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 8 हजार 742 मरीजों की मौत हो चुकी है. यहां फिलहाल 1 लाख 16 हजार 665 मरीजों का इलाज जारी है.

पुणे के बाद मुंबई है. यहां अब तक कोरोना के 5 लाख 62 हजार 207 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. हालांकि, मौतों के मामले में मुंबई राज्य में शीर्ष पर है. यहां 12 हजार से ज्यादा मरीज जान गंवा चुके हैं.

वहीं, पूरे महाराष्ट्र में अब तक 37 लाख 3 हजार 584 मरीज मिल चुके हैं. जिनमें से 59 हजार 551 की मौत हो गई है. ये आंकड़े कोविड19 इंडिया की वेबसाइट से लिए गए हैं.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब इतने बड़े स्तर पर अंतिम संस्कार किया गया है. इससे पहले भी 14 अप्रैल को 19 शवों का एक साथ दाह संस्कार किया गया था.

उस्मानाबाद में कोरोना वायरस से अबतक 691 लोगों की मौत हो चुकी हैं. पिछले 24 घंटे में उस्मानाबाद में 580 नए केस मिले जबकि 23 लोगों की मौत हुई. उस्मानाबाद में अब तक 28 हजार 978 मरीज मिल चुके हैं.

उस्मानाबाद जिले में कोरोना वायरस का कहर जारी है. यहां कोविड-19 से जान गंवाने वाले 23 लोगों के शवों का एक साथ दाह संस्कार किया गया है. ऐसे में अपने परिजन को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग श्मशान गृह में इकट्ठा हुए थे. लगातार पहुंच रहे शवों की वजह से श्मशान गृह में व्यवस्था गड़बड़ हो गई और कई शवों को जमीन पर जलाना पड़ा.

देश कोरोना वायरस के अब तक के सबसे बुरे दौर में है. महाराष्ट्र (Maharashtra) पर इस महामारी का सबसे ज्यादा प्रकोप दिख रहा है. देश के कई हिस्सों से डरावनी तस्वीरें सामने आ रही हैं.

ऐसे में उस्मानाबाद जिले से भी ऐसी ही घटना सामने आई है. यहां एक बार में 23 चिताएं जलाई गईं. हालात इतने बुरे हो चुके हैं कि अंतिम क्रियाओं के लिए परिजनों को जगह तक नहीं मिल पा रही है.