कोरोना मामलों में चीन को पीछे छोड़ा भारत निकला आगे , ग्राफ देख छूटे लोगो के पसीने

शनिवार तक भारत में 2,752 और चीन में 4,637 लोगों की मौत हो चुकी है. चीन में प्रति लाख मौतें 0.33 है जबकि भारत में ये 0.20 है.

 

एक निष्पक्ष विश्लेषण और रिपोर्ट किए गए कुल मामलों की संख्या और मामलों में मृत्युदर की तुलना के लिए, टेस्टिंग की संख्या को भी ध्यान में रखना होगा.

शनिवार सुबह तक, भारत ने 21,34,277 टेस्ट किए. चीन का ये डेटा उपलब्ध नहीं है. हालांकि, हाल ही में नए मामलों के क्लस्टर के साथ चीन में दूसरे वेव की खबरें सामने आईं. सीएनएन के मुताबिक अधिकारियों ने घोषणा की कि वुहान की पूरी आबादी – जहां पहले महामारी शुरू हुई थी – का टेस्ट किया जाएगा.

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी एंड मेडिसिन के ही आंकड़ों के मुताबिक ऐसे कई देश हैं, जहां कोरोना के केस भारत और चीन से ज्यादा हैं. उनमें सबसे आगे अमेरिका है, जहां 15 मई तक 14,19,998 मामले आए हैं, इसके बाद रूस (2,62,843), यूके (2,34,441), स्पेन (2,30,183), इटली (2,23,096), ब्राजील (2,06,507), फ्रांस (1,78,994), जर्मनी (1,74,478), तुर्की (1,44,749), ईरान (1,16,635) हैं.

कई रिपोर्टों के अनुसार, चीन में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल नवंबर में चीन के हुबेई प्रांत में आया. हालांकि, चीन ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) को पिछले साल दिसंबर के आखिर में इसके मामले आने की सूचना दी है.

WHO के अनुसार, चीन में “हुबेई प्रांत के वुहान में निमोनिया के एक साथ कई मामले रिपोर्ट किए गए”. जनवरी के दूसरे हफ्ते में, WHO ने इसके खतरे को स्वीकार किया और दूसरे देशों को कोरोना वायरस के बारे में बताया.

चीन से फैलने वाला नोवल कोरोना वायरस दुनिया के कई हिस्सों में कहर बरपा रहा है. एक तरफ जहां चीन में कोरोना के नए मामले सामने आना पहले की तुलना में काफी कम हुए हैं, वहीं दूसरे कई देशों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

16 मई को COVID-19 केस के मामले में भारत भी चीन से आगे निकल गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में COVID-19 के 85,940 कन्फर्म केस सामने आ चुके हैं, जबकि जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी एंड मेडिसिन के मुताबिक, चीन में अब तक 84,038 मामले दर्ज किए गए हैं.

भारत में कोरोना के मामले भले ही चीन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन चीन में इसके कारण हुई मौतें भारत के मुकाबले अधिक हैं. चीन के पॉजिटिव मामलों में मृत्यु दर 5.5% और भारत में 3.3% रही है.