सुशांत के घर पर काम करने वाले कुक ने खोला ये बड़ा राज, बताया खुदकुशी वाले दिन… रिया से…

शनिवार को सीबीआई की एक टीम कूपर अस्‍पताल पहुंची हैं, जहां सुशांत की अटॉप्सी करने वाले डॉक्‍टरों से पूछताछ की जा रही है।सुशांत मामल में मुंबई पहुंची सीबीआई की टीम दूसरे दिन शनिवार को भी मुस्‍तैदी से जांच में जुटी हुई है.

सीबीआई को शुक्रवार दोपहर बाद ही सुशांत की पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई थी, जिसके बाद शनिवार को एक टीम कूपर अस्‍पताल पहुंची। सुशांत सिंह सुसाइड मामले में अब हर दिन कोई ना कोई नए खुलासे हो रहे हैं. आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत केस में पोस्‍टमॉर्टम करने वाले डॉक्‍टरों ने एक बड़ा खुलासा किया है।

सीबीआई की पूछताछ में सुशांत की अटॉप्‍सी करने वाले एक डॉक्‍टर ने बताया कि मुंबई पुलिस ने उनसे कहा था कि पोस्‍टमॉर्टम जल्‍दी कर दीजिए।

सुशांत केस में लगातार सीबीआई की टीम एक्शन में है, आज भी सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी से पूछताछ हो रही है, सीबीआई के एक्शन पर एबीपी न्यूज की लगातार नजर है, अब इस केस में एबीपी न्यूज़ की तरफ से एक और खुलासा किया गया है.

पास सुशांत के घर काम करने वाले नीरज सिंह का तीन पन्ने का वो पूरा बयान है जिसमें उसने सबकुछ बताया है. नीरज ने बताया है कि सुशांत, रिया का रिश्ता कैसा था, सुशांत ने घर क्यों बदला था, जिस दिन सुशांत की मौत हुई उस दिन क्या हुआ था, सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आप सबसे पहले जांच एजेंसियों को दिया नीरज का ये पूरा बयान जानें…

मैंने अप्रैल 2019 में सुशांत सिंह राजपूत सर के घर पर हाउसकीपिंग का काम करना शुरू किया. मुझे मेरे एक परिचित के माध्यम से सुशांत सिंह राजपूत के घर पर काम मिला था. लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण मैंने 2 दिनों के बाद नौकरी छोड़ दी.

फिर मई 2019 में सुशांत सर के मैनेजर ने मुझे फोन किया और मुझे काम पर वापस बुला लिया. जब मैंने दोबारा काम करना शुरू किया, तब रजत, सिद्धार्थ, आयुष, मिरांडा, आनंदी, सैमुअल, केशव उनके यहां काम पर थे. जब मैंने काम करना शुरू किया, तब सुशांत सर कैप्री हाइट्स में रहते थे और फिर दिसंबर 2019 में माउंट ब्लैंक में रहने आ गए थे.

कैप्री हाइट्स में रहते हुए जब सर कसरत के लिए बाहर जाते थे तब मैं उनके कमरे को साफ करता था. सुशांत सर का कमरा कभी अंदर से लॉक नहीं रहता था.

जब भी वो मुंबई के बाहर जाते तो अपने बेडरूम की चाबी रसोई में रख जाते. ताकि हम उनके कमरे की साफ सफाई कर सकें. लेकिन जब वह माउंट ब्लैंक में शिफ्ट हुए तो सुशांत सर का कमरा कपड़े बदलते समय या जब वहां रिया मैम रहती तभी बंद हुआ करता था वरना कमरा सभी के लिए अक्सर खुला रहता था.

जब हम कैप्री हाइट्स में रह रहे थे, सर ने हमें एक वॉकी-टॉकी दिया था और हमसे जो कुछ भी चाहते थे वो वॉकी-टॉकी पर मांग लेते थे. एक रात जब मैं और रवि सो रहे थे तब वॉकी-टॉकी पर सुशांत सर की आवाज आई ‘नीरज लाइट बंद करो.’ मैं ऊपर गया तो देखा कि सुशांत सर सो रहे थे और कमरे की लाइट भी बंद थी.

मैं फिर से नीचे आया. थोड़ी देर बाद वही संदेश वॉकी-टॉकी पर वापस सुनाई दिया. मैं फिर से ऊपर गया और देखा लेकिन सर सो रहे थे और लाइट भी बंद थी.

मैं डर गया था और मैं उस रात सो नहीं सका. उस घर ऐसी घटनाएं अक्सर होती थी. ड्रमों का अपने आप बजना, लिफ्ट उपर-नीचे होना, कमरे की लाइट अपने आप बंद होना. इन्हीं घटनाओं की वजह से सुशांत सर कैप्री हाइट्स को छोड़ वाटर स्टोन क्लब में रहने लगे थे.