तमिलनाडु के कुन्नुर में CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच जारी, अगले दो सप्ताह के भीतर…

तमिलनाडु के कुन्नुर में CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच जारी है। इस हादसे में 14 लोगों की मौत के कारणों की जांच के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से गठित त्रिकोणीय सेवाओं की जांच अगले दो सप्ताह के भीतर पूरी हो सकती है। वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने शनिवार को कहा कि इस हादसे के वजहों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इनक्वायरी जारी है। इस मामले में हर एंगल से जांच की जा रही है।

डुंडीगल में वायु सेना अकादमी में कम्बाइंड ग्रेजुएशन परेड में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आईएएफ प्रमुख ने कहा कि यह जांच कुछ हफ्तों में हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह जांच चल रही है और काफी संवेदनशील होने की वजह से इस बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘मैं कोर्ट ऑफ इनक्वायरी में सामने आए किसी भी जानकारी को अभी नहीं बता सकता क्योंकि अभी प्रक्रिया जारी है। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह इस मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। वो बेहद ही बारिकी से जांच कर रहे हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ?’

इधर शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि जांच दल गवाहों के बयान दर्ज कर रहा है, जिसमें तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में दुर्घटनास्थल के पास घटनास्थल पर मौजूद लोग शामिल हैं। टीम के अगले दो सप्ताह में अपनी कार्यवाही पूरी करने की उम्मीद है। घटना के अगले ही दिन जांच टीमों ने अपना काम शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि बयान दर्ज किए जा रहे हैं। एक या दो मामलों में कुछ लोगों ने घटनाओं का लेखा-जोखा बदल दिया है।

एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने डुंडीगल में वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध की प्रकृति में मूलभूत परिवर्तन हो रहे हैं और भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे एवं चुनौतियां शामिल हैं, जिनके लिए कई क्षेत्रों में क्षमता निर्माण की आवश्यकता होगी।

वायु सेना राफेल विमान, अपाचे हेलीकॉप्टर और व्यापक अत्याधुनिक प्रणालियों को शामिल करके एक अत्यधिक शक्तिशाली वायु सेना में बदल रही है। उन्होंने कहा, ”युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव आ रहे हैं।

पिछले कुछ वर्षों में नई प्रौद्योगिकी और मौलिक रूप से नए सिद्धांत सामने आए हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। इनसे निपटने के लिए हमें कई क्षेत्रों में क्षमताओं की आवश्यकता होगी और हमें हमारे सभी अभियानों को एक साथ और कम समय में पूरा करना होगा।”

चौधरी ने तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के 12 अन्य अधिकारियों के असमय निधन पर शोक जताते हुए कहा कि इस दुर्घटना के मद्देनजर परेड के दौरान कई कार्यक्रमों को आयोजित नहीं करने का फैसला किया गया।