मलेशिया से भारत आया लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट का साजिशकर्ता गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिसंबर 2021 में लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ता और वांछित आतंकवादी हरप्रीत सिंह को मलेशिया के कौला लुमपुर से आने के तुरंत बाद दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) के पाकिस्तान स्थित स्वयंभू प्रमुख लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी हरप्रीत रोडे दिसंबर 2021 लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था। बम विस्फोट में एक की मौत और छह घायल हो गए थे।

जानकारी के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर जिले के रहने वाला हरप्रीत गुरुवार को

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिसंबर 2021 में लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ता और वांछित आतंकवादी हरप्रीत सिंह को मलेशिया के कौला लुमपुर से आने के तुरंत बाद दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) के पाकिस्तान स्थित स्वयंभू प्रमुख लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी हरप्रीत रोडे दिसंबर 2021 लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था। बम विस्फोट में एक की मौत और छह घायल हो गए थे।

जानकारी के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर जिले के रहने वाला हरप्रीत गुरुवार को मलेशिया से भारत आया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरते ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि ब्लास्ट मामले में शुरुआत में पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर, 2021 को केस दर्ज किया था। बाद में एनआईए ने इस साल 1 जनवरी को इस मामले में फिर से केस दर्ज किया।

एनआईए ने कहा कि लखबीर सिंह रोड के निर्देश पर काम करते हुए हरप्रीत ने कस्टम-मेड इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की डिलीवरी का समन्वय किया, जिसे पाकिस्तान से उसके भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था, जिसका इस्तेमाल लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में किया गया था।

हरप्रीत विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित विभिन्न मामलों में भी शामिल था और वांछित था। इससे पहले, एनआईए ने हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके खिलाफ विशेष एनआईए अदालत से गैर-जमानती वारंट और लुक-आउट सर्कुलर जारी किया गया था।

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरते ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि ब्लास्ट मामले में शुरुआत में पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर, 2021 को केस दर्ज किया था। बाद में एनआईए ने इस साल 1 जनवरी को इस मामले में फिर से केस दर्ज किया।

एनआईए ने कहा कि लखबीर सिंह रोड के निर्देश पर काम करते हुए हरप्रीत ने कस्टम-मेड इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की डिलीवरी का समन्वय किया, जिसे पाकिस्तान से उसके भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था, जिसका इस्तेमाल लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में किया गया था।

हरप्रीत विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित विभिन्न मामलों में भी शामिल था और वांछित था। इससे पहले, एनआईए ने हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके खिलाफ विशेष एनआईए अदालत से गैर-जमानती वारंट और लुक-आउट सर्कुलर जारी किया गया था।