नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरूद्ध देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है। विभिन्न समुदाय के लोग सड़कों पर उतरकर इस अधिनियम का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं इस दौरान केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी देखने को मिल रही है।
CAA के विरूद्ध विरोध प्रदर्शन में की गई नारेबाजी के एक वीडियो को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस पार्टी नेता शशि थरूर ने ‘इस्लामिस्ट चरमपंथ’ के मसले पर बयान दिया।
नागरिकता कानून के विरूद्ध विरोध प्रदर्शन में कुछ प्रदर्शनकारी ‘ला इलाहा इल्लल्लाह’ का नारा लगा रहे हैं। इस पर जवाब देते हुए शशि थरूर ने लिखा है कि हिंदू चरमपंथ के विरूद्ध हमारी लड़ाई से इस्लामिस्ट चरमपंथियों को प्रोत्साहन नहीं मिलना चाहिए। नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरूद्ध आवाज उठाकर हम समावेशी हिंदुस्तान को बचाना चाहते हैं।
शशि थरूर ने अपने ट्वीट में लिखा कि हम लोग किसी भी तरह धार्मिक कट्टरता के द्वारा बहुवाद व विविधता का दमन नहीं होने देंगे। शशि थरूर के इस बयान पर बहुत ज्यादा बवाल टकराव भी हुआ है, जिसके बाद उन्होंने सफाई भी दी। उन्होंने लिखा कि ये बयान किसी मजहब को लेकर नहीं है, किन्तु ये बात पूरी तरह से संविधान को लेकर है। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि इस्लाम में ‘ला इलाहा इल्लल्लाह’ का मतलब ‘अल्लाह के सिवा कोई व इबादत के योग्य नहीं’ होता है।