योग दिवस पर कांग्रेस नेता का विवादित ट्वीट, मच सकता घमासान , भड़की भाजपा

अभिषेक मनु सिंघवी के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसी छुटभैया नेता के बयान से योग का महत्व कम नहीं हो जाता। वहीं पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के मुताबिक, कांग्रेस इस तरह के बयान देकर देश का माहौल बिगाड़ना चाहती है।

अभिषेक मनु सिंघवी के इस बयान पर कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने एक बार फिर योग को धर्म से जोड़ने की कोशिश की है, जबकि योग गुरु बाबा रामदेव से लेकर सरकार के प्रतिनिधि कई बार कह चुके हैं कि योग का मतलब सेहत से है, न कि किसी धर्म से। इस बीच सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई हैं।

अधिकांश यूजर्स का कहना है कि कांग्रेस अपने इन्हीं तुष्टिकरण के कारण ही आज इस हालत में है और दोष ईवीएम पर। शर्म करे कांग्रेस, इससे आपको कुछ वोट तो जरूर मिल जाएगा पर देश को चोट पहुंचेगी, परन्तु आपका देश से तो कोई वास्ता है नहीं आपका मकसद तो सिर्फ वोट है। आज भी समय है जनता के विचार को समझिए अन्यथा सब अंत है।

योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि योग कोई मजहबी प्रक्रिया नहीं है। यह हमारे पूर्वजों की एक साझी विरासत है। योग, आयुर्वेद और अपनी सनातन ज्ञान परंपरा को हम गौरव से आत्मसात करें। योग पर कोई विवाद नहीं है। निष्पक्ष होकर योग के महत्व को मानें। आज पूरी दुनिया योग कर रही है।

सोमवार को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। जगह-जगह आयोजन कर इस प्राचीन भारतीय विरासत का लाभ जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता अलग ही राग आलाप रहे हैं।

ताजा बयान पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) का है। अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने ट्वीट में आपत्तिजनक बातें लिखी, जिन पर बवाल मचना तय है।

अभिषेक मनु सिंघवी ने लिखा, ‘ॐ के उच्चारण से ना तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और ना अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी।’ बता दें, सोमवार को पूरा देश योग करता नजर आया, लेकिन कांग्रेस के किसी बड़े नेता की योग करती तस्वीर या वीडियो सामने नहीं आया।