रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष अब लेने लगा विकराल रूप, किसी भी समय शुरू हो सकती है जंग

रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष अब विकराल रूप लेने लगा है। इन दोनों देशों के बीच संभावित जंग में दुनिया दो खेमों में बंटती नजर आ रही है। उधर विश्व शक्ति अमेरिका यूक्रेन को बचाने के लिए रूस पर हमला करने के लिए भी तैयार है।

वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूर्वी यूक्रेन में दो अलग-अलग क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती का आदेश दे चुके हैं। ऐसे में रूस-यूक्रेन संकट दुनिया भर की कुछ वस्तुओं की कीमतों को प्रभावित कर सकता है। इन वस्तुओं के कीमतों में और वृद्धि होने की उम्मीद है।

रूस और यूक्रेन के बीच जंग दुनिया के लिए एक खतरे की घंटी है। खबर है कि यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका के बीच मामला बिगड़ता जा रहा है। व्लादिमीर पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहांस्क को आजाद देश की मान्यता दिए जाने के बाद विवाद और भड़क गया है।

यूक्रेन मामले को लेकर दुनियावी मामलों के एक्सपर्ट ब्रह्मा चेलानी ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि रूस बॉर्डर पर अमेरिका ‘पाकिस्तान’ जैसा देश बनाकर मॉस्को को परेशान करना चाह रहा है। इससे पहले एक टेलीविजन संबोधन में पुतिन ने रूसी सैनिकों को यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों में भेजने का आदेश दिया।

रूस-यूक्रेन संकट ने दुनिया भर में कुछ वस्तुओं की कीमतों को प्रभावित किया है। इनकी कीमतों में और वृद्धि होने की उम्मीद है।  रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें पहले से ही बढ़ रही हैं और पूर्वी यूक्रेन में दो अलग-अलग क्षेत्रों में सैनिकों को तैनात करने के पुतिन के नवीनतम कदम के बाद सोना मंगलवार (22 फरवरी) को नौ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया। OANDA के एक वरिष्ठ बाजार विश्लेषक जेफरी हैली ने कहा है कि पूर्वी यूरोप में स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, ऐसे में सोने के दामों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है।

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते सीमा तनाव के परिणामस्वरूप एल्युमीनियम की कीमतें बढ़ सकती हैं क्योंकि रूस के पास वैश्विक एल्युमीनियम आपूर्ति का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा है। संघर्ष के परिणामस्वरूप एल्युमीनियम बाजार में संभावित आपूर्ति को झटका लग सकता है, जो पहले से ही खस्ताहाल में है। हाल के दिनों में 21 फरवरी तक एल्युमीनियम की कीमतों में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कीमतें कई वर्षों के उच्च स्तर के करीब हैं और संभावना है कि यह अभी भी और बढ़ सकती है।