बच्‍चों में कोल्‍ड-फ्लू के केस बढ़े, वैक्‍सीन कितनी फायदेमंद? क्‍या है कीमत?

सर्दियों का मौसम छोटे बच्‍चों और बुजुर्गों के लिए अक्‍सर ही क्रिटिकल रहता है. इस बार भी ठंड बढ़ने के साथ ही कोल्‍ड और सीजनल फ्लू ने बच्‍चों को पकड़ लिया है. अस्‍पतालों में बड़ी संख्‍या में छोटे बच्‍चे सर्दी, खांसी, निमोनिया, वायरल इन्‍फेक्‍शन, एलर्जी और बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं. खांसते और छींकते बच्‍चे गले में दर्द की भी शिकायत कर रहे हैं. हालांकि करीब एक हफ्ते के इलाज के बाद बच्‍चे ठीक हो रहे हैं लेकिन सीजनल फ्लू को लेकर देश में वैक्‍सीन उपलब्‍ध है और डॉक्‍टर्स भी लोगों को अपने छोटे बच्‍चों को फ्लू शॉट्स लगवाने की सलाह दे रहे हैं.

डॉक्‍टरों की मानें तो सर्दी के मौसम में बच्‍चों में फ्रीक्‍वेंटली सर्दी-खांसी की शिकायत हो जाती है. कई बार इम्‍यूनिटी कमजोर होने के चलते महीने में दो बार भी बच्‍चों में सर्दी, खांसी की परेशानी हो रही है, इससे बचने के लिए फ्लू की वैक्‍सीन फायदेमंद हो सकती है.

रामा मेडिकल कॉलेज हापुड़ में डिपार्टमेंट ऑफ पीडियाट्रिक्‍स में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विरेंद्र यादव कहते हैं कि इस समय इन्‍फ्लूएंजा फ्लू या मौसमी फ्लू तेजी से फैल रहा है. इसके लिए भारत में फ्लू शॉट्स यानि वैक्‍सीन उपलब्‍ध है. हालांकि इसे राष्‍ट्रीय टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं किया गया है, इसलिए यह किसी टीकाकरण केंद्र पर मुफ्त नहीं लगती. इसे लोगों को खुद ही पैसा खर्च करके लगवाना होता है.

कितनी है फायदेमंद?
डॉ. विरेंद्र कहते हैं कि इन्‍फ्लूएंजा फ्लू की वैक्‍सीन बच्‍चों के साथ ही बुजुर्गों के लिए भी उपलब्‍ध है. अगर बच्‍चे को बार-बार कोल्‍ड या फ्लू संक्रमण की परेशानी हो रही है तो इस वैक्‍सीन को लगवाना चाहिए. इससे बनने वाली इम्‍यूनिटी 6 महीने से लेकर 1 साल तक चलती है. इसके बाद इसे अगले साल फिर लगवाना होता है. इसे दो बार में लगाया जाता है.

यह वैक्‍सीन खासतौर पर चार इन्‍फ्लूएंजा वायरस के खिलाफ काम करती है. इनमें इन्‍फ्लूएंजा ए के दो सबटाइप हैं, जबकि इन्‍फ्लूएंजा बी के दो लाइनेज हैं, जिनके खिलाफ यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है. इसे लगवाने के बाद अक्‍सर होने वाले वायरल इन्‍फेक्‍शन, फ्लू इन्‍फेक्‍शन, सर्दी-खांसी से बचा जा सकता है.

कितनी है कीमत?
चूंकि यह वैक्‍सीन फ्री नहीं है और नेशनल इम्‍यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं है ऐसे में इसकी बाजार में कीमत काफी ज्‍यादा है. यह दिल्‍ली-एनसीआर की अलग-अलग जगहों पर थोड़े वेरिएशन के साथ उपलब्‍ध है. डॉ. विरेंद्र बताते हैं कि इस वैक्‍सीन की कीमत प्राइवेट अस्‍पतालों या क्‍लीनिकों पर 1800 रुपये से लेकर 2200 रुपये तक है.

फ्लू की यह वैक्‍सीन करीब 6 लिस्‍टेड ब्रांड में उपलब्‍ध है. इनमें इन्‍फ्लूजेन, नासोवेक, वैक्‍सीग्रिप, इन्‍फ्लूवेक आदि शामिल हैं. हालांकि फिर भी किसी ऑथराइज्‍ड मेडिकल प्रेक्टिशनर की सलाह के बाद वैक्‍सीन को लेने की सलाह दी जाती है, ताकि ऑरिजिनल वैक्‍सीन की डोज मिले और किसी धोखाधड़ी से बचा जा सके.