सीएम योगी के इस आदेश से कापे अफसर, कहा रिफंड करे ये…

उत्तर प्रदेश की जनसंख्या के मुताबिक व्यापारियों की संख्या न बढ़ने पर नाराजगी जताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अगले वर्ष तक व्यापारियों के पंजीकरण की संख्या 25 लाख तक करने के आदेश दिए हैं. उत्तर प्रदेश में अभी सिर्फ 14 लाख व्यापारी ही दर्ज़ हैं.

इसके अतिरिक्त ग्राहकों से व्यापारियों द्वारा वसूला जा रहा कर जमा करने में होने वाले खेल पर भी सीएम ने वाणिज्यकर के अधिकारियों से स्पष्ट कर दिया है कि वसूली गई रकम सरकारी खजाने में जमा कराना विभाग के अधिकारियों का फर्ज है. मुख्यमंत्री ने 77 हजार लाख रुपये के राजस्व वसूली लक्ष्य को भी बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये करने का आदेश दिया है.

सीएम मंगलवार को अपने आवास पर वाणिज्यकर विभाग के जोनल एडिशनल कमिश्नरों के साथ विभागीय के कार्य की समीक्षा कर रहे थे. सीएम ने बोला जब तक व्यापारियों में व्याप्त उत्पीड़न का डर खत्म नहीं होगा, तब तक वह पंजीकरण कराने के लिए सामने नहीं आएंगे.

सीएम ने बोला कि व्यापार कल्याण बोर्ड की मदद लेकर व्यापारियों के बीच जागरूकता अभियान चलाएं. 10 लाख रुपये की बीमा सुरक्षा  भविष्य में लागू होने वाली पेंशन योजना के बारे में बताएंगे तो व्यापारियों की पंजीकरण की संख्या जरूर बढ़ेगी. व्यापारियों की फाइलों पर अनावश्यक अड़ंगेबाजी न किया जाए.

मुख्यमंत्री ने बोला कि जिन अधिकारियों का कार्य असंतोषजनक है तो उन्हें तत्काल फील्ड से वापस बुला लिया जाए. सीएम ने रिटर्न भरने  रिफंड की प्रक्रिया को आसान बनाने पर बल देते हुए व्यापारियों को भी प्रशिक्षित करने को बोला है. कर वसूली की जिले स्तर पर निगरानी की व्यवस्था करने के साथ ही जोन के एडिशनल कमिश्नरों को भी हर 15 दिन में समीक्षा करने के आदेश दिए गए हैं.
उन्होंने सर्वाधिक कर वसूली वाले जिलों के 10 व्यापारियों को सम्मानित करने को बोला है. मीटिंग में मुख्य सचिव आरके तिवारी, विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक सिन्हा और सीएम के प्रमुख सचिव एसपी गोयल समेत अन्य ऑफिसर उपस्थित थे.

पान मसाला और लोहे के कारोबारियों पर खास नजर रखने के निर्देश
समीक्षा के दौरान सीएम ने पान मसाला  लोहे के कारोबारियों पर खास नजर रखने के आदेश दिए हैं. दोनों व्यवसायों में कर चोरी को रोकने के लिए नेपाल समेत प्रदेश की अन्य सीमाओं पर विशेष सतर्कता रखने के आदेश दिए हैं.