सीएम योगी ने इंटरव्‍यू में खुलकर कही ये बात , सुनकर लोग हुए हैरान

कोई एक उपलब्धि जिस पर वह गर्व करते हैं, इस सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि उनका फोकस उत्तर प्रदेश में रहने वाले हर नागरिक की सुरक्षा और समृद्धि पर है।

ऐसा कोई बदलाव जो आप करना चाहते थे और वो इस कार्यकाल में नहीं हो सका, इस सवाल पर सीएम ने कहा कि हमने हर क्षेत्र में काम किया है। हालांकि सुधार की गुंजाइश हमेशा और हर जगह रहती है। मैं अपने आप में यह नहीं कह सकता कि मैं सम्पूर्ण हूं। कोई भी सम्पूर्ण नहीं हो सकता।

भाजपा साफ कर चुकी है कि वो सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ही अगला चुनाव लड़ने वाली है। ऐसे में सीएम योगी अपने सरकार के काम से खुद कितने संतुष्ट हैं और यदि उन्हें कोई एक अफसोस रहे तो वो क्या होगा, इस सवाल पर सीएम ने कहा कि वे कभी अफसोस नहीं करते। उन्होंने कहा कि कोई भी काम करने से पहले सोच-समझकर निर्णय लेते हैं।

अफसोस करने का प्रश्न ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि अफसोस होता तो क्या वह संन्यासी बनते। इंटरव्यू के दौरान रैपिड फायर राउंड में सीएम योगी ने कई सवालों के जवाब दिए।

उत्तर प्रदेश की सबसे पसंदीदा बात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा-यूपी देश का ह्रदय स्थल है। इस प्रदेश के विकास के साथ देश का विकास जुड़ा है।

रैपिड फायर में सवालों के जवाब देते हुए योगी ने भारतीय इतिहास के सबसे अच्छे रणनीतिकार के रूप में विदुर, चाणक्य और अमित शाह तीनों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि तीनों अपने-अपने समय के हैं।

महाभारत में जैसे विदुर जरूरी थे वैसे ही बाद में चाणक्य और आज अमित शाह जरूरी हैं। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में योगी ने कहा कि विदुर यदि आज होते तो राहुल गांधी से कहते कि आप आराम से बैठिए।

मुझे लगता है ये कांग्रेस के हित में होगा। यूपी चुनाव से पहले विदुर सीएम से क्या कहते, इस प्रश्न पर उन्होंने कहा कि विदुर कहते कि आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। अगले 25 साल बीजेपी को यूपी में काम करना चाहिए। यह प्रदेश और देश के हित में होगा।

भाजपा यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जोरशोर से जुट गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं।

हाल में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी ने यूपी और देश की राजनीति से जुड़े कई मसलों पर खुलकर बात की। सूबे की सियासत में उड़ रही अफवाहों पर सीएम योगी ने कहा कि यूपी में 19 मार्च 2017 को हमारी जो कार्यपद्धति थी वही आज भी है।

ये अफवाहें बार-बार उठती हैं। हम लोग न इन पर ध्यान देते हैं और न ही इतना समय हमारे पास होता है कि हम अफवाहों का कोई जवाब दे सकें इसलिए मुझे लगता है कि इस तरह की अफवाहों से यदि हम बच सकेंगे तो किसी भी प्रकार के राजनीतिक संक्रमण का भी हम बचाव कर पाएंगे।