राजस्थान में कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख सीएम गहलोत ने दिखाई सख्ती, जारी किए ये कड़े निर्देश

इन बैठकों के जरिये राज्य सरकार ने कोविड के वर्तमान हालात का पूरा ब्यौरा केन्द्र से साझा किया और जल्द से जल्द ऑक्सीजन गैस, इसके परिवहन के लिए टैंकरों तथा अन्य जरूरी दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है. गहलोत ने कहा केन्द्रीय प्राधिकारियों ने राज्य की आवश्यकताओं को समझा है और पूरी मदद का भरोसा दिया है.

दिल्ली दौरे पर गए तीनों मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, शांति धारीवाल और डॉ. रघु शर्मा के साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पत भी दिल्ली में इन बैठकों में शामिल हुए.

मंत्रियों ने कहा कि दिल्ली आना बेहद सार्थक रहा. एक बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए. उन्होंने राजस्थान को आवश्यकताओं के अनुरूप मदद का भरोसा दिया है.

सीएम ने कहा कि जिला प्रशासन सभी मौतों की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट तैयार करे ताकि राज्य सरकार उसके अनुसार अपने प्रबंधन को और अधिक मजबूत कर मृत्युदर में प्रभावी कमी लाई जा सके. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर अस्पतालों में संसाधनों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें.

गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुये कहा कि तेजी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनसहयोग बहुत जरूरी है. सभी प्रोटोकॉल की पालना कर जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के मंत्री समूह की केन्द्र के साथ बैठकों से सकारात्मक माहौल बना है.

उन्होंने कहा कि ‘जन अनुशासन पखवाड़े’ की गाइडलाइन की पालना पूरी सख्ती के साथ करवाई जाए. कहीं भी उल्लंघन पाया जाए तो नियमों के अनुरूप सख्त कार्रवाई की जाये.

शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना करवाने के लिये सीएम ने निर्देश दिए हैं. गहलोत ने कहा कि कोविड के कारण मौतों की संख्या में वृद्धि बेहद चिंता का विषय है.

राजस्थान में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुये इसे थामने के लिये अब सख्ती (Strictness) और बढ़ाई जायेगी. कोविड-19 और ‘जन अनुशासन पखवाड़े’ को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर अहम बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने निर्देश दिए कि संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए पुलिस प्रशासन और अधिक सख्ती करे.