मारे गए के परिवार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। गुरुवार प्रातः काल सुबोध कुमार के बेटे समेत अन्य सदस्य योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। यहां उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस दौरान गवर्नमेंट की ओर से भरपूर मदद देने की बात भी कही गई है।
सरकार देगी मुआवजा
बता दें कि बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को योगी गवर्नमेंट मुआवजे के तौर पर 40 लाख रुपये देगी। 10 लाख रुपये उनके माता-पिता को भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने एक परिजन को सरकारी जॉब देने का भी ऐलान किया है। इधर 2 डॉक्टरों के पैनल ने उनका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के दौरान उनके सिर में 32mm की गोली मिली। इसके अतिरिक्त उनके सिर, कमर, घुटना समेत बॉडी के कई जगहों पर डंडों से चोट के निशान भी मिले हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सुबोध कुमार की सरकारी पिस्टल व 3 मोबाइल फोन लूट लिए।
अखलाक हत्याकांड के IO रह चुके थे
बता दें, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार अखलाक हत्याकांड के इंवेस्टिगेशन अधिकारी भी रह चुके थे। जब वे जारजा थाना प्रभारी थे तब उन्होंने अखलाक हत्याकांड की दो महीने तक जांच की थी। बाद में उनका ट्रांसफर हो गया था। उस दौरान ग्रेटर नोएडा न्यायालय ने जारचा थाने को आदेश दिया था कि पहले वह मामला दर्ज करके जांच रिपोर्ट न्यायालय में जमा कराएं। वे इस मामले में 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक इंवेस्टिगेशन अधिकारी थे। मार्च 2016 में दूसरे इंवेस्टिगेशन अधिकारी ने चार्जशीट फाइल की थी।
अब किसके पिता की बारी
बता दें कि इंस्पेक्टर सुबोध के बेटे अभिषेक ने बोला था कि उनके पिता चाहते थे कि वह एक अच्छा नागरिक बने, जो धर्म के नाम पर हिंसा नहीं भड़काये। अभिषेक सिंह ने कहा, ‘मेरे पिता ने इस हिन्दू-मुस्लिम टकराव में अपना ज़िंदगी गंवा दिया। अगली बारी किसके पिता की होगी?’ अभिषेक ने अपनी अपनी बातों के जरिए समाज को समझाने की प्रयास कर रहे हैं कि धर्म व जाति के नाम पर आपसी नफरत अच्छा नहीं है। यह हम सबको नुकसान पहुंचाएगा। इस नफरत की आग में कोई व नहीं बल्कि हम व आप अपनों को खोएंगे।