चीनी सेना ने लगाया भारतीय सेना पर …बदला-बदला…

चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के पश्चिमी कमान के हवाले से कहा कि भारतीय सेना ने दोनों देशों के बीच जारी बातचीत में बनी सहमति का उल्लंघन किया है. सोमवार को भारतीय सेना ने जानबूझकर वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार किया और जानबूझकर उकसावे की कार्रवाई की. उधर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता झाओ लिजिन ने कहा कि चीन के सैनिक हमेशा से कड़ाई से वास्‍तविक नियंत्रण रेखा का पालन करते हैं. वे कभी एलएसी को पार नहीं करते. फिलहाल दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्‍य माध्‍यमों से संपर्क में हैं. अगर कोई बातचीत हो रही है तो उसके बारे में हम समय पर जानकारी साझा करेंगे.’

चीन मजबूती से अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा, और भारतीय पक्ष के साथ बातचीत के माध्यम से सभी प्रकार के मुद्दों को सुलझाने के लिए हमेशा तैयार है. उधर चीनी सेना ने भारत से आग्रह किया है कि वह सीमा पर तनाव कम करने के लिए अपनी सेना को तुरंत कम करे. इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने पैंगोंग झील के पास यथास्थिति को बदलने के भारतीय सेना के आरोप को खारिज कर दिया था.

लेकिन LAC पर मुस्तैद भारतीय जवानों ने दुश्मन की सेना को पीछे धकेल दिया. खबर है कि चीन कैलास मानसरोवर के पास जमीन से हवा में मार करने वाली (SAM Missile) मिसाइलों को तैनात किया है. माना जा रहा है कि भारतीय वायुसेना में राफेल लड़ाकू विमानों के शामिल होने के बाद से डरा चीन अपनी हवाई सीमा को सुरक्षित बनाने में जुट गया है.

लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील इलाके (India-china border clash pangong tso) में 29-30 अगस्त की रात को भारतीय सेना (Indian Army) से मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद चीन का रुख बदला-बदला नज़र आ रहा है.

चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने कहा है कि भारत के साथ हम अच्छे रिश्ते चाहते हैं और दोनों देश आपसी बातचीत से सभी विवादों को सुलझा लेंगे. यूरोप की यात्रा के दौरान फ्रांस (France) के पेरिस में वांग ने कहा कि कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं, लेकिन इतने बड़े नहीं कि उन्हें बातचीत से हल नहीं किया जा सके.

वांग यी ने कहा, ‘भारतीय सीमा पर स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए चीन हमेशा से प्रतिबद्ध रहा है. चीन वह देश नहीं होगा, जिसकी पहल से इस स्थिरता को कोई नुकसान पहुंचेगा.’ चीनी विदेश मंत्री ने माना कि चीन और भारत के बीच कई जगहों पर सीमा विवाद है. उन्होंने कहा, चीन और भारत के बीच सीमा विवाद हैं और इसलिए समस्याएं हैं.

बता दें कि 29-30 अगस्‍त की रात को भारतीय सेना ने पैंगोंग त्यो झील के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ दिया था. मिली जानकरी के मुताबिक 29-30 अगस्‍त की रात को पैंगोंग झील इलाके में चीनी सेना 200 सैनिकों और गोला बारूद के साथ पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ करने की कोशिश की थी.