चीन की वैक्सीन को WHO ने दी उपयोग करने की अनुमति, कहा इसके जरिए गरीब और अमीर

बता दें WHO के मंजूरी मिलने से संबंधित वैक्सीन को कई देशों में आपात मंजूरी मिलने में तेजी आ जाती है और संबंधित देशों को राष्ट्रीय नियंत्रकों की मंजूरी लेने का इंतजार नहीं करना पड़ता.

WHO की अनुमति मिलने के बाद संबंधित वैक्सीन को कोवैक्स प्रोग्राम में भी उपयोग किया जा सकता है. इस प्रोग्राम के जरिए गरीब और अमीर देशों में समानता के साथ वैक्सीन वितरण सुनिश्चित किया जाता है.

WHO ने वैक्सीन को मंजूरी देते हुए कहा, “इस वैक्सीन के शामिल होने से उन देशों का वैक्सीनेशन तेज हो जाएगा, जो अपने स्वास्थ्यकर्मियों और ख़तरे में रह रही आबादी का टीकाकरण करना चाहते हैं.” साइनोफार्म दो खुराकों वाली वैक्सीन है, जिसे 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाने की सलाह दी जाती है.

इससे पहले फाइजर, एस्ट्राजेनेका, जॉनसन एंड जॉनसन और मॉडर्ना की वैक्सीन को WHO ने मंजूरी दी थी. बता दें साइनोफार्म चीन और दूसरे देशों में लाखों लोगों को लगाई जा चुकी है. इससे पहले अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया के कई देशों में इस वैक्सीन के आपात उपयोग की मंजूरी दी जा चुकी थी.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने चीन की राज्य प्रायोजित कंपनी द्वारा बनाई गई वैक्सीन साइनोफार्म को आपात मंजूरी दे दी है. बता दें किसी गैर-पश्चिमी कंपनी द्वारा विकसित यह पहली वैक्सीन है, जिसे WHO ने मंजूरी दी है.