वांग का ये बयान उस वक्त आया है जब कमांडर लेवल की मीटिंग होने के उपरांत दोनों ही देश पूर्वी लद्दाख से अपने सैनिक हटाने के लिए राजी हो चुके है।
पूर्वी लद्दाख में अप्रैल, 2020 से पहले की यथास्थिति पर लौटने की प्रक्रिया को दोनों देशों के रिश्तों के लिए बड़ी सफलता का जश्न मना रहा है। दोनों देश आपस में सहमत हुए हैं कि इसी प्रकार बाकी सीमा विवादों को भी सुलझा लिया जाएगा।
जंहा इस बात का पता चला है कि भारत-चीन रिश्तों पर अपनी वर्षिक प्रेस कांफ्रेंस के बीच सवालों का उत्तर देते हुए और किस प्रकार लद्दाख (Ladakh) में बीते एक वर्ष पुराना मसला सुलझाया गया.
इसके बारे में बताते हुए चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि दोनों देशों द्वारा विवादों को सुलझा लिया जाना और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना बहुत ही खास है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि सीमा विवाद ऐसी चीज है जो इतिहास से छूट गई, लेकिन ये इंडिया और चीनी रिश्तों की पूरी कहानी नहीं है।
भारत-चीन के मध्य जारी गतिरोध के दौरान चीन के विदेश मंत्री ने बड़ा दिया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बोला है कि ”चीन और भारत दोनों को एक दूसरे को गिराना बंद कर देना चाहिए।
इंडिया और चीन दोनों को एक दूसरे के प्रति शक के भाव को कम करते हुए द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए ताकि दोनों देशों के मध्य के सीमा विवादों का हल निकाला जा सके।
चीन के विदेश मंत्री ने दोनों देशों के मध्य के सीमा विवादों को ही चीन-इंडिया के रिश्तों की पूरी कहानी कहने से इनकार करते हुए कहा कि दोनों ही देश दोस्त रहे हैं लेकिन दोनों को ही आपसी शक को समाप्त कर देना चाहिए।