इस देश पर काबू करना चाहता है चीन, कहा किसी भी तरह…

हांगकांग की समृद्धि एवं दीर्घकालिक स्थायित्व पूरी अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साझे हितों तथा हांगकांग में आपके देश के वैध हितों के अनुरूप है।

 

हम आशा करते हैं कि आपकी सरकार इसे समझेगी और चीन की प्रासंगिक पद्धतियों का समर्थन करेगी।’ इस पत्र में कहा गया है .

23 साल पहले हांगकांग चीन को लौटाए जाने के बाद से हांगकांग SSR ने चीन के संवैधानिक एवं मूल कानून के अनुरूप राष्ट्रीय सुरक्षा की खातिर अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वहन नहीं किया है।

हांगकांग अपने को अलग राष्ट्र साबित करने में जुटा हुआ है। वो CHINA की मनमानी को नहीं मानना चाहता है। ब्रिटिश कॉलोनी में शामिल हांगकांग को 1997 में एक देश, दो प्रणाली के सिद्धांत के अंतर्गत CHINA को सौंप दिया गया था।

विभिन्न देशों को सौंपे पत्र में चीन ने कहा है, ‘आपके देश का हांगकांग के साथ घनिष्ठ आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोग और दोनों की जनता के बीच आपसी संबंध रहा है।

चीन ने हांगकांग के ऊपर नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के अपने विवादास्पद फैसले को लेकर भारत एवं अन्य देशों का समर्थन मांगा है और कहा है कि इसका लक्ष्य इस पूर्व ब्रिटिश कॉलोनी में ‘पृथकतावादी’ ताकतों को काबू में रखना है.

जिन्होंने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं संप्रभुता के लिए ‘गंभीर खतरा’ पैदा कर दिया है। किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की धार को कुंद करने के लिए चीन ने नए मसौदा कानून के कारणों को स्पष्ट करते हुए भारत एवं अन्य देशों को पत्र लिखा है और कहा है कि ‘हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा बनाये रखना विशुद्ध रूप से चीन का अंदरूनी विषय है।’

चीन ने हांगकांग पर अपना नियंत्रण मजबूत बनाने के लिए शुक्रवार को अपनी संसद में हांगकांग में विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का मसौदा पेश किया था।

इसे 1997 के बाद से हांगकांग की क्षेत्रीय स्वायत्तता एवं निजी स्वतंत्रता के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। हांगकांग 1997 में ही चीन शासन के अंतर्गत आया था।

हांगकांग चीन का एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है। ब्रिटेन द्वारा एक जुलाई, 1997 को हांगकांग की संप्रभुता चीन को सौंपने के बाद से वहां ‘एक देश दो विधान’ रहा है। इस व्यवस्था में उसे कुछ स्वतंत्रताएं मिलीं जो बाकी चीन को प्राप्त नहीं हैं।

CHINA ने हांगकांग के ऊपर नया नवेला राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के अपने विवादास्पद फैसले को लेकर हिंदुस्ता और अन्य देशों का समर्थन मांगा है।

किसी भी इंटरनेशनल प्रतिक्रिया को हवा न मिले, इसके लिए CHINA ने नए मसौदा कानून के कारणों को स्पष्ट करने के लिए हिंदुस्तान और अन्य देशों को पत्र लिखा है। उसने कहा है .

राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखना विशुद्ध रूप से CHINA का अंदरूनी मामला है।हांगकांग देश को पूरी तरह से अपने आधीन कर करने के लिए CHINA विवादस्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू करना चाहता है। उसका कहना है कि इस कानून की बदौलत वो हांगकांग पर पूरी तरह से काबू में कर सकता है।