पेंग को पहली बार 2018 में दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने दो फर्जी आधार कार्ड और एक जाली भारतीय पासपोर्ट जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया था।
उसे धोखाधड़ी, जालसाजी और पासपोर्ट अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जेल भेजा गया था। पेंग के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था लेकिन 2019 में उसे जमानत मिल गई।
वहीँ पकड़े गए चार्ली पेंग ने ही कबूल किया है कि उसे दलाई लामा और उनके करीबी सहयोगियों की जानकारी जुटाने का टास्क चीनी खुफिया एजेंसियों ने दिया था, जिसके लिए उसने दिल्ली में कुछ लामाओं को रिश्वत भी दी है।
पूछताछ में पता चला है कि चार्ली पेंग ने 2014 में अवैध रूप से भारत में प्रवेश करके खुद को तिब्बती शरणार्थी बताकर एक भारतीय युवती से शादी की।
भारत में मनी लॉन्ड्रिंग का बड़ा चीनी रैकेट पकड़े जाने के बाद जांच में अब खुलासा हुआ है कि चीन दलाई लामा के बारे में घूसखोरी का सहारा लेकर जासूसी करा रहा है।
इनकम टैक्स विभाग ने 11 अगस्त को चीनी नागरिकों और उसके सहयोगियों के 21 परिसरों में छापे मारकर हवाला कारोबार से जुड़े चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया था।