चीन ने लिया अब इस देश से पंगा, तैनात की भारी सेना

देश के रक्षा विभाग ने कहा कि चीन का “फिलीपींस को यह बताने का कोई मतलब नहीं है कि हम अपने स्वयं के पानी के साथ क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।” बता दें कि फिलीपींस कोस्टगार्ड थिटु द्वीप और स्कारबोरो शोल के पास अभ्यास कर रहा है.

जिसके जवाब में चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि फिलीपींस को “स्थिति को जटिल बनाने वाले कार्यों और विवादों को बढ़ाने से रोकना चाहिए”।

गौरतलब है कि मलेशिया, वियतनाम, ताइवान और ब्रुनेई सहित कई देश दक्षिण चीन सागर के कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं लेकिन चीन इस पर सिर्फ अपना दावा जताता रहा है।

उन्होंने कहा, ” ये ऐसी चीजें हैं जो वास्तव में किसी समझौते के अधीन नहीं हैं और मुझे उम्मीद है कि चीन यह समझ जाएगा। उन्होंने कहा कि बेशक हम दोस्त हैं लेकिन मुझे अपने देश की सुरक्षा भी करनी है। ”अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले बुधवार रात को दिए अपने बयान दुतेर्ते ने चीन को अपना “अच्छा दोस्त” बताते हुए कई चीजों के लिए धन्यवाद दिया है.

जिसमें मुफ्त COVID-19 टीके शामिल हैं। लेकिन साथ ही कहा कि वह उनके देश के जलमार्ग को लेकर “सौदेबाजी नहीं कर सकते”। दक्षिण चीन सागर में चीनी कार्रवाइयों के खिलाफ दुतेर्ते के इस कमजोर रवैये के बाद देश के सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई है।

दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन और फिलीपींस के बीच एक बार फिर तनातनी बढ़ती जा रही है। चीन की बढ़ती गतिविधयों पर फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने कहा है कि वह विवादित दक्षिण चीन सागर में गश्त करने वाली नौसेना और कोस्टगार्ड की नौकाओं को वापस नहीं बुलाएंगे और पानी को लेकर देश की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेंगे “।

राष्ट्रपति दुतेर्ते ने कहा कि “मैं चीन को बताऊंगा, हम परेशानी नहीं चाहते हैं, हम युद्ध नहीं चाहते हैं। लेकिन अगर आप हमें जलमार्ग छोड़ने के लिए कहते हैं तो ये नामुमकिन है।