चीन ने लिया इस देश से पंगा, हथियारों के साथ तैनात की सेना

इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि अमेरिका का विमानवाहक जहाज ‘यूएसएस थ्योडोर रूजवेल्ट’ और इसका लड़ाकू समूह दक्षिण चीन सागर में तैनात है.

वहीं इससे पहले खबर आई थी कि चीनी जहाजों की मौजूदगी को फिलीपींस धमकी के तौर पर देख रहा है (China and Philippines Relationship). उसका ऐसा मानना है कि इन जहाजों में समुद्री सेना के लोग भी सवार हैं.

ये जहाज फिलीपींस के 200 मील के उस विशेष आर्थिक क्षेत्र में फैले हैं, जिसे व्हिट्सन रीफ के नाम से जाना जाता है. इनकी निगरानी के लिए फिलीपींस की सेना अपने विमान भी भेजती है. हालांकि चीन ने जहाजों में मिलिशिया के सवार होने की बात से इनकार कर दिया था.

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि ऑस्टिन और लॉरेंजाना ने दक्षिण चीन सागर में स्थिति और व्हिटसन रीफ पर चीनी जहाजों के एकत्र होने पर चर्चा की. फिलीपींस ने चीन के कदम की आलोचना की है.

चीन ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा है कि उसके जहाज मछली पकड़ने के लिए वहां तैनात हैं (China Philippines South China Sea). किर्बी ने कहा कि फोन पर हुई बातचीत में ऑस्टिन ने रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए लॉरेंजाना के समक्ष कई कदमों का प्रस्ताव रखा, जिसमें दक्षिण चीन सागर में खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी शामिल है.

चीन की दूसरे देशों के जल, जमीन और वायु क्षेत्र में घुसपैठ करने की गतिविधियां एशिया में तनाव बढ़ाने का काम कर रही हैं. चीन ने दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के पास ‘मिलिशिया नौकाएं’ यानी सैन्य जहाज तैनात किए हुए हैं.

जिसे लेकर अब अमेरिका ने भी चिंता जाहिर की है. अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने फिलीपींस समकक्ष के साथ शनिवार को चर्चा की (China Philippines Fishing Boat). अंतरराष्ट्रीय यात्रा के तहत वाशिंगटन से इजरायल जा रहे ऑस्टिन ने विमान से ही फिलीपींस के रक्षा मंत्री डेल्फिन लॉरेंजाना को फोन किया.