भारत को छोड़ चीन ने लिया इस देश से पंगा , दहशत में आ गए आस-पास के लोग

इस कानून में अलगाववादी, विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के साथ ही शहर के आतंरिक मामले में विदेशी ताकतों के साथ सांठगांठ पर भी रोक लगाया गया है। अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने चीन पर शहर की स्वतंत्रता में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया है।

राजदूत कोंग पियू ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को हिंसक अपराधी करार दिया है और कहा है कि अगर कनाडा उन्हें शरण देता है तो इसे चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के रूप में देखा जाएगा।

पिछले साल हांगकांग और चीन की सरकारों के खिलाफ शहर में प्रदर्शन तेज हो गये थे। सरकारों के खिलाफ लोगों की भावनाओं और गुस्से को दबाने के लिए चीन ने हांगकांग में एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया जो 30 जून से प्रभावी है।

कनाडा में चीन के राजदूत ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार को बृहस्पतिवार को चेतावनी देते हुये कहा है कि वह हांगकांग में लागू किये गये राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की वजह से वहां से भागकर यहां आने वालों को को शरण नहीं दें। चीन की ओर से हांगकांग में लागू किये इस कानून की खूब आलोचना हुई है।