चीन ने इस देश को बताया अपना, जबरन लोगों को घरों से निकाला

इसके अलावा चाइनीज कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (सीपीसी) के कुछ नेताओं जिसमें राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हैं, उनकी तस्‍वीरों को घरों के अंदर लगाया गया है।

साल 2018 से 2019 के बीच चीनी सरकार की तरफ से जबरन करीब 400 तिब्‍बती परिवारों को बड़े स्‍तर पर निर्वासित किया गया है। इन सभी को पूर्वी तिब्‍बत से हटाया गया है।

फ्री तिब्‍बत की तरफ से कहा गया है कि चीनी सरकार ने अब तक 2693 लोंगों को तिब्‍बत के इलाकों से हटाया गया है। बताया जा रहा है कि जुलाई 2019 तक इन सभी लोगों को पाशहोए काउंटी में पेमा टाउन में भेजा गया है।

बताया जा रहा है कि चीन की सरकार की तरफ से 24 जून को तिब्‍बती नागरिकों को डोलाइंग गांव से पालयुल काउंटी में भेज दिया गया है। पालयुल काउंटी का निर्माण चीनी अथॉरिटीज की तरफ से किया गया है। डोलाइंग गांव, पूर्वी तिब्‍बत में है। तिब्‍बत वॉच का कहना है कि नए घरों पर चीन के झंडे देखे जा सकते हैं।

यह दावा फ्री तिब्‍बत नामक एनजीओ की तरफ से किया गया है और इस संगठन ने तिब्‍बत वॉच के हवाले से यह जानकारी दी है। आपको बता दें कि चीन किसी भी जर्नलिस्‍ट या फिर विदेशी राजनयिक को तिब्‍बत नहीं जाने देता है।

चीन के कब्‍जे वाले तिब्‍बत से एक डराने वाली खबर आ रही है। एक एनजीओ ने दावा किया है कि चीनी अथॉरिटीज ने बलपूर्वक पूर्वी तिब्‍बत के 13 घरों से 60 तिब्‍बती नागरिकों को कहीं और भेज दिया है।