चीन ने इस देश के नेताओं से फ़ोन पर की बात , कहा युद्ध में…

चीन ने इसके लिए बहुत कुछ न्यौछावर किया है। द्वितीय युद्ध के प्रमुख विजय देश और सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देश होने के नाते चीन और रूस विश्व की शांति व सुरक्षा की रक्षा करने की जिम्मेदारी उठाते हैं।

 

चीन के साथ द्वितीय युद्ध की विजय उपलब्धियों और अंतर्राष्ट्रीय न्याय की रक्षा करेगा, बहुपक्षवाद का समर्थन करेगा और विश्व शांति का निर्माता, विश्व विकास का योगदान देने वाला और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का रक्षक बनने को तत्पर है।

राष्ट्रपति शी ने यह भी कहा कि हाल में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय कोविड-19 से संघर्ष कर रहा है। राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में रूस के रोकथाम कार्य में उपलब्धियां नजर आ रही हैं।

विश्वास है कि चीन, रूस और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के उभय प्रयास से हम अवश्य ही विभिन्न वायरसों को पराजित करेंगे और कोविड-19 के मुकाबले में अंतिम विजय पा सकेंगे।

वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस चीन के साथ तमाम सामरिक साझेदारी को मजबूत करना चाहता है। रूस चीन द्वारा दी गयी मानवतावादी मदद के प्रति आभारी है।

रूस चीन के अनुभव से सीखकर चीन के साथ टीके के अध्ययन पर सहयोग करेगा। रूस कोविड-19 के बहाने से चीन की निंदा करने वाली कार्यवाई का विरोध करता है। रूस चीन के साथ खड़ा होकर संपर्क और सहयोग को मजबूत करना चाहता है।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 8 मई की रात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बातचीत की। बातचीत में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन सरकार और चीनी जनता की ओर से 9 मई को सोवियत संघ के देश रक्षा युद्ध में विजय पाने की 75वीं वर्षगांठ पर पुतिन और रूसी जनता को हार्दिक बधाई दी। शी ने जोर दिया कि द्वितीय विश्व युद्ध मानव जाति के इतिहास में एक बड़ी घटना है।