चीन ने बढ़ाई जापान की टेंशन, तैनात की सेना

इसके अलावा रिपोर्ट में चीन को उईगर मुस्लिमों को नजरबंदी शिविरों में रखने , उनकी धार्मिक गतिविधियों में दखल देने और समुदाय को फिर से शिक्षा या स्वदेशीकरण के लिए मजबूर करने के लिए वैश्विक रूप से फटकार लगाई गई है।

संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ एक समूह जिसे चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता (क्वाड) के रूप में जाना जाता है में जापान को शामिल करने का जिक्र करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान द्विपक्षीय और बहुपक्षीय देशों के साथ और अधिक सहयोग करना चाहता है।

निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार ड्रैगन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर संप्रभुता का दावा करता है, और ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम और ताइवान के साथ क्षेत्रीय दावों को ओवरलैप कर रहा है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन पिछले कुछ महीनों में दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में अपनी समुद्री गतिविधियों में वृद्धि कर रहा है । रिपोर्ट में शिनजियांग क्षेत्र में चीन के मानवाधिकारों के हनन और हांगकांग पर चिंता के मुद्दों पर भी तंज कसे गए हैं।

जापानी सरकार ने एक वार्षिक विदेश नीति रिपोर्ट में पूर्व और दक्षिण चीन सागर में चीन के सैन्य विस्तार और बढ़ती गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की है।

मंगलवार को जारी डिप्लोमैटिक ब्लूबुक के 2021 संस्करण की रिपोर्ट में चीन की सैन्य क्षमताओं के विस्तार का उल्लेख किया गया । रिपोर्ट में जोर देकर कहा गया है कि बीजिंग द्वारा क्षेत्र में एकतरफा कार्रवाई करने से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं को बढ़ा दिया है।