चीन ने उठाया ये बड़ा कदम, LAC पर किया…तेजी से…

अब तक चीन अपनी सरहदी क्षेत्र में विकास करता है। वहीं, अब हिंदुस्तान भी LAC ( Line of Actual Control ) पर अपनी मजबूती बढ़ रहा है। लिहाजा, चीन को ये बात अच्छी नहीं लग रही, जिसके कारण वह चालबाजी करने में जुट गया है।

 

दरअसल, सरहद इन्फ्रास्ट्रक्चर के मसले में चीन बहुत शक्तिशाली है। अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख के सीमाई इलाकों में चीन निरंतर तेजी से विकास और विस्तार करता आया है।

अफसर ने बताया कि अगर दोनों ओर से बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर होता है तो इससे साफ है कि दोनों देशों के फैजियों के आमने-सामने आने की घटनाएं लगातार बढ़ेंगी। अभी और विकास की जरूरत है।

वहीं, अब हिंदुस्तान ने भी इन इलाकों में अपनी मजबूती बढ़ानी शुरू कर दी है। हिंदुस्तान सड़क और एयरबेस जैसी कई रणनीतिक परियोजनाओं पर काम कर रहा है।

तो वहीं एयर कनेक्टिविटी के मामले में हिंदुस्तान अब चीन को चुनौती देने लगा है, जिसे चीन की मुश्किलें बढ़ गई है। बीते वर्ष (2019) ही हिंदुस्तान ने 255 किलोमीटर लंबे दारबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी  यानी  रोड को पूरा किया है। वहीं, कई पुलों और अतिरिक्त लिंक रोड पर काम चल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, रोड पर कुल 37 पुलों का निर्माण हुआ है।

एक सीनियर अफसर ने बताया कि कुछ सड़कें अब लद्दाख के सीमाई इलाकों में सैनिकों की तेजी से मूवमेंट की सुविधा देने लगी है। जिसके कारण पीपल्स लिबरेशन आर्मी काफी अपसेट है।

इतना ही नहीं बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी हिंदुस्तान ने निरंतर सुधा किया है। जिस तरह से हिंदुस्तान सरहदों पर अपनी मजबूती बढ़ा रहा है, चीन को यह बात रास नहीं आ रही। बताया जा रहा है कि मौजूदा तनाव की मुख्य कारण यही है।

पूरे विश्व में कोविड-19 महामारी के बीच हिंदुस्तान और चीन के बीच अचानक टेंशन बढ़ गई है। आलम ये है कि चीन ने अपनी सेना से युद्ध की तैयारी को कहा है।

वहीं, हिंदुस्तानी पीएम मोदी ने इस मसले को लेकर बड़ी बैठक की है। लेकिन, सवाल उठता है कि ऐसा क्या हुआ, जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच अचानक तनाव बढ़ने लगा है।