चीन ने ही फैलाया कोरोना वायरस, डॉक्टरों ने ‘खुफिया कैमरों’ पर कबूला ये खौफनाक सच

वुहान के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, ‘हम सभी को ऐसा लग रहा था कि वायरस के मानव से मानव में फैलने को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए.’ इस डॉक्यूमेंट्री में कहा गया है कि कोरोना वायरस 5 जनवरी के बाद अगले 12 दिनों तक तेजी से फैला लेकिन चीन ने किसी नए मामले के बारे में जानकारी नहीं दी.

ताइवान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल में संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर यी-चुन लो ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर चीन पारदर्शी रहता तो वायरस को शुरुआत में ही रोका जा सकता था और दुनिया को भी तेजी से जानकारी दी जा सकती थी.’

अब चीन को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. कोरोना वायरस का केंद्र रहे वुहान के कुछ डॉक्टरों ने कथित तौर पर खुफिया कैमरों के सामने ये बात मान ली है कि दिसंबर 2019 में फैलने शुरू हुए इस वायरस को लेकर उन्हें ‘चुप रहने’ को कहा गया था.

ब्रिटेन की न्यूज वेबसाइट के अनुसार, आईटीवी की एक डॉक्युमेंट्री ‘आउटब्रेक: द वायरस दैट शूक द वर्ल्ड’ में इन डॉक्टरों ने ये चौंकाने वाले दावे किए हैं. एक डॉक्टर इसमें कहता है, ‘हमें कहा गया था कि कुछ नहीं बोलना है. प्रांतीय नेताओं ने अस्पतालों से कहा था कि सच नहीं बताना है.’

चीन के वुहान शहर में पिछले साल दस्तक देने वाला कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण आज पूरी दुनिया में फैल चुका है. वायरस ने दुनिया के 9.6 करोड़ से भी अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है और इसके कारण अभी तक 20 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.

वायरस की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है और अमेरिका जैसा ताकतवर देश आज भी प्रभावित देशों की सूची में सबसे ऊपर बना हुआ है.

जैसी पुरानी जिंदगी जीने का सपना इस समय दुनिया देख रही है, वैसी जिंदगी चीन (Chinese) के लोगों ने जीना शुरू भी कर दिया है. हालांकि वायरस को लेकर हमेशा से ही चीन की संदिग्ध भूमिका रही है.