कोरोना की वजह से पाकिस्तान की हालत पहले ही सख्ता है और ऐसे में चीन सीपीईसी के जरिए पाकिस्तानियों को जमकर चूना लगा रहा है।
इस बात की जानकारी सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा गठिए एक कमेटी की रिपोर्ट में चीनी बिजली कंपनियों के लूट का खुलासा हुआ है। चीनी कंपनियों ने चुपके से बिजली के दाम बढ़ाकर पाकिस्तानी नागरिकों के जेब पर डाका डाला है।
चीन ने बड़ी ही चालाकी से पाकिस्तान में निवेश किया, जिसमें बिजली कंपनियां भी शामिल हैं। पाकिस्तान की इतनी औकात नहीं कि वह खुद बिजली बना पाए, इसी बात का फायदा उठाकर चीन ने अपनी कुछ कंपनियों को यहां पर बिजली सप्लाई का काम दिया।
प्रधानमंत्री ने भी चीन पर भरोसा करते हुए मामले ही जांच के आदेश दे दिए, लेकिन जैसे ही जांच कमेंटी की रिपोर्ट सामने आए इमरान खान के होश फाख्ता हो गए।
पहले तो यह बिजली कंपनी कम दर पर सप्लाई करती रहीं, लेकिन अचानक लोगों के बिल बढ़कर आने लगे। लोगों ने इस बात का विरोध जताना शुरू किया तो बात प्रधानमंत्री इमरान खान के दरबार में पहुंची।
कमेटी ने जांच रिपेार्ट में खुलासा किया कि पाकिस्तान में चीन के प्राइवेट बिजली कंपनियों ने जमकर लूट मचा रखी है। सीपीईसी के तहत स्थापित Huaneng Shandong Ruyi (Pak) Energy या साहीवाल और पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी लिमिटेड ने चुपचाप अपनी लागत को बढ़ा दिया था, जिससे लोगों पर इसका भार पड़ने लगा और उपभोक्ताओं को ज्यादा बिजली का बिल देना पड़ रहा था।
ऐसा ही कुछ उसने किया है अपनी करीबी दोस्त पाकिस्तान के साथ। हालांकि पाकिस्तान को इस बारे में जब भनग लगी, तब उसने इसकी जांच कराई, लेकिन तब तक चीन उसको करोड़ों रुपयों का चूना लगा चुका था।
चीन की फिरतरत ही दूसरों को धोखा देने की है। वह भले ही किसी से दोस्ती निभाने की बात करता हो, लेकिन मौका पाते ही उसकी पीठ में खंजर घोंपा उसकी पुरानी आदत है।