अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, भारत की तरफ मोड़ा…

हालांकि उस दुर्भाग्यपूर्ण लड़ाई के साथ कुछ व्यापक समानताएं ज़रूर हैं, लेकिन इस समय पर ख़ुफिया तंत्र की नाकामी के बारे में ऐसा बयान देना उचित प्रतीत नहीं होता.

इसके निकटतम हलक़ों के बाहर, ख़ुफिया तंत्र और उसकी कार्यप्रणाली की अपर्याप्त समझ के बावजूद, उनका शोर गूंजता रहेगा. गलवान घटना की मिसाल देकर मैं इसे स्पष्ट करूंगी, ताकि हम एक शुरूआती आंकलन पर पहुंच सकें, कि समस्या आख़िर कहां है.

लद्दाख़ की सीमा पर चीन के साथ टकराव, और 20 भारतीय सैनिकों की नृशंस हत्या के बाद, कुछ रिटायर्ड सैनिक अधिकारियों और सोनिया गांधी जैसे विपक्षी नेताओं ने, ख़ुफिया तंत्र की ‘एक और’ नाकामी के बहुत उग्र आरोप लगाए हैं. ‘एक और’ से तात्पर्य 1999 में कारगिल में पाकिस्तान के अतिक्रमण से है, जिसने भारत को चौंका दिया था.

कोरोना वायरस पर दुनियाभर के कई देशों के निशाने पर आ चुका चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अपने पड़ोसी देशों के साथ विवाद खड़े करने के बाद अब चीन ऐसा अगला कदम उठा सकता है, जिससे दुनिया के कई देश चिंतित हो जाएंगे। आने वाले समय…