चीन ने इस देश पर लगाया…कभी भी हो सकती है…खुली कार्रवाई…

बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसकी रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए और उसकी भूमिका क्या रही है। दुनियाभर के 100 देश ऐसे ही सवालों का जवाब मांग रहे हैं।

 

भारत ने भी आधिकारिक तौर पर इन देशों को अपना समर्थन देते हुए यूरोपीय यूनियन व ऑस्ट्रेलिया की ओर से जांच की मांग वाले दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया है।वहीं ब्रिटेन समेत 100 देशों ने भी यह मांग उठाई है।

चीन के इस कदम से दोनों देशों के राजनयिक संबंध बिगड़ गए हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस संबंध में कहा, ‘कोरोना प्रसार से निपटने में चीन ने पारदर्शी और खुली कार्रवाई की है।’पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाली महामारी कोरोना वायरस आखिर कैसे और किस तरह से इंसानों तक पहुंचा।

ताजा घटनाक्रम की बात करें तो वहां कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाने वाले शीर्ष अधिकारी और डॉक्टर झोंग नानशान ने भी खुलासा किया है कि स्थानीय अधिकारियों ने कोरोना से जुड़ी प्राथमिक जानकारी को छिपाया था।

हालांकि चीन की सरकार ने जानकारी छिपाने के आरोपों को पहले ही नकार दिया है।वहीं चीन पर संक्रमण के शुरुआती दिनों की जानकारी छिपाने का आरोप है। खासतौर पर अमेरिका इस मामले में चीन पर उंगली उठाता रहा है।

दुनियाभर में कोरोना कहर के लिए चीन को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है. आपको बता दें कि ऐसे में चीन की सरकार ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के निर्यात पर 80 फीसदी का टैरिफ लगा दिया।

माना जा रहा है कि चीन ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस प्रसार की स्वतंत्र जांच करने की मांग की थी।