चाइना ने बड़ा कदम उठाते हुए … को दे दी है गर्म हवा

चीनी ( Chinese ) अधिकारियों के विरूद्ध वाशिंगटन के प्रतिबंधों में सभी अमरीकी संपत्तियों को रोकने व अमरीकी नागरिकों को उनके साथ व्यापार करने से रोकना शामिल है. अमरीका द्वारा स्वीकृत किसी को भी वीजा प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है, जिससे उन्हें व उनके परिवारों को अमरीका में प्रवेश करने से रोका जा सकता है.

चीन का पश्चिमी शिनजियांग ( Xinjiang ) क्षेत्र एक बड़ी तुर्क अल्पसंख्यक आबादी के साथ सांस्कृतिक व जातीय रूप से देश के बाकी हिस्सों से बहुत ज्यादा अलग है. इसके सालों से बीजिंग में सरकार के साथ असहज संबंध रहे हैं.

अमरीकी विदेश विभाग का अनुमान है कि 2015 के बाद से बीजिंग द्वारा करीब 20 लाख मुस्लिम-बहुसंख्यक उइगर ( Xinjiang Uyghur Autonomous ) व अन्य तुर्क अल्पसंख्यकों को शिनजियांग में बने पुनर्शिक्षा शिविरों में कैद किया गया है. इसके अतिरिक्त ऐतिहासिक उइगर ( Uyghur Muslim majority ) कब्रिस्तानों को ध्वस्त करने की भी खबरें आई थीं.

गुरुवार को अमरीकी सरकार ने घोषणा की कि शिनजियांग कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख चेन क्वांगो व कई अन्य लोकल पार्टी के अधिकारियों को शिनजियांग सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो के साथ मंजूरी दे दी जाएगी. गुरुवार को अमरीका के सचिव माइक पॉम्पियो ने एक बयान में कहा, “चीन (कम्युनिस्ट पार्टी) शिनजियांग में उइगर, जातीय कजाकों व अन्य अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों को निशाना बनाते हुए मानवाधिकारों के हनन के मुद्दे में अमरीका के सामने पूरी तरह से खड़ा नहीं होगा.”

चाइना सरकार ने अमरीका ( US govt ) की कांग्रेस-प्रशासनिक विभाग चाइना समिति व अमरीकी विदेश मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमरीकी राजदूत ( US ambassador to china ) सैम ब्राउनबैक, सीनेटर ( US Senator ) मार्को एंटोनियो रुबियो, टेड क्रूज व प्रतिनिधि सदन के मेम्बर क्रिस स्मिथ पर प्रतिबंध लगाया है. चीनी विदेश मंत्रालय ( Chinese Foreign Ministry ) की प्रवक्ता हुआ चुनइंग ने एक प्रेस बातचीत के दौरान यह जानकारी दी.

चीन ने यह कदम बीते 9 जुलाई को अमरीकी विदेश मंत्रालय व वित्त मंत्रालय द्वारा भिन्न-भिन्न तौर पर अमरीकी घरेलू कानून के मुताबिक चाइना की शिनजियांग सरकार की एक संस्था व चार अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद उठाया है. इस पर चाइना ने बोला था कि चाइना शिनजियांग मामले पर बेकार प्रदर्शन करने वाले अमरीकी संस्थानों व व्यक्तियों के विरूद्ध कदम उठाएगा.

हुआ चुनइंग ने पत्रकार बातचीत में बोला कि अमरीका की इन कार्रवाइयों ने चाइना के आंतरिक मामलों में गंभीर दखलंदाजी की है. उन्होंने आगे बोला कि इस कार्रवाई ने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मापदंडों का गंभीर उल्लंघन किया है व चाइना अमरीका संबंध को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. चाइना इस कार्रवाई का का कड़ा विरोध जताते हुए कड़ी निंदा करता है.

हुआ चुनइंग ने इस बात पर जोर दिया कि शिनजियांग मुद्दा एकदम चाइना का आंतरिक मुद्दा है. अमरीका को इसमें हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है. हुआ ने बोला कि प्रतिबंध सोमवार से प्रभावी होंगे लेकिन इस पर कोई व ब्योरा नहीं देंगे कि वे क्या कर सकते हैं.