वहीं चीन सरकार ने पीपल नेशनल कांग्रेस में शुक्रवार को इसकी घोषणा की। चीन ने ऐसे समय में रक्षा बजट घटने का फैसला किया है.
जब उसका भारत और दक्षिण चीन सागर को लेकर कई देशों के साथ तनाव चल रहा है। कोरोना वायरस महामारी को लेकर वह पुरी दुनिया में घिरा हुआ है।
वहीं 2018 में चीन ने रक्षा बजट में रिकॉर्ड 8.1 पर्सेंट की वृद्धि की थी। इसके बाद इसने लगातार दूसरे साल रक्षा बजट में कटौती की है।
गौरतलब है कि पहले अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर और फिर कोरोना वायरस महामारी की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। चीन की आर्थिक वृद्धि दर में कटौती की वजह से ड्रैगन सेना पर खर्च में कटौती को मजबूर हुआ है।
कोरोना वायरस ने दुनिया के सभी देशों की आर्थिक स्थिति बिगाड़ दी है. आपको बता दें कि ऐसे में कोरोना वायरस महामारी से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान की वजह से चीन रक्षा बजट में कटौती को मजबूर हो गया है। चीन ने इस साल रक्षा बजट 6.6 पर्सेंट ही बढ़ाने का फैसला किया है। यह पिछले दो सालों के मुकाबले कम वृद्धि है।