चाइना ने सौ से ज्यादा बना डाले…भारत ने बढ़ा दी तैनाती

लद्दाख में इंडियन आर्मी कुछ अलावा बटालियन को सीमा पर भेज रही है। लेह सेना की दूसरी यूनिट में करीब 10-12 हजार सैनिक हैं।

 

मुद्दे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो दिन पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दशा का जायजा लेने के लिए लद्दाख गए थे।

उनके साथ बॉर्डर पर उत्तरी कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वायके जोशी भी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त इन दोनों के साथ दशा का जायाजा लेने के लिए लेह के 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट हरिंदर सिंह भी थे।

इस बीच गलवान घाटी की कुछ सैटेलाइट इमेज सामने आई हैं। इस तस्वीर को ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट से जुड़े एक एक्सपर्ट ने शेयर किया है।

उन्होंने इसके जरिए दावा किया है कि LAC के पास दोनों तरफ ढेर सारे टेंट दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि पिछले दो सप्ताह में चाइना ने करीब सौ टेंट बनाए हैं। इसके अतिरिक्त दोनों तरफ फौज की गाड़िया भी है। हालांकि हिंदुस्तान की तरफ से इन तस्वीरों की पुष्टि नहीं की गई है।

दावा किया जा रहा है कि गलवान घाटी में 1962 की तरह माहौल दिख रहा है, जब हिंदुस्तान व चाइना के बीच युद्ध हुआ था। चाइना के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के 1200 जवान सीमा पर तैनात दिख रहे हैं।

यहां कई बंकर भी दिख रहे हैं। इंडियन आर्मी इनसे 500 मीटर की दूरी पर खड़ी है। सैन्य सूत्रों ने बोला कि पैंगोंग सो झील व गलवान घाटी में इंडियन आर्मी चीनी सेना के मुकाबले में कहीं ज्यादा बेहतर स्थिति में है।

हिंदुस्तान व चाइना के बीच सीमा पर टेंशन लागतार बढ़ती जा रही है। लद्दाख में असली नियंत्रण रेखा (LAC) के पास पैंगोंग सो झील व गलवान घाटी में चीनी सेना तेजी से अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है।

पिछले दो सप्ताह से चाइना ने इन इलाकों में सौ से ज्यादा टेंट बना डाले हैं। इस बीच दशा की गंभीरता को देखते हुए हिंदुस्तान ने भी अपने सैनिकों की तैनाती यहां बढ़ा दी है।