अमेरिका को लेकर बड़ी चिंता चीन ने अपनी मिलिट्री को दिया …आदेश, चलनी चाहिए…

हांगकांग से निकलने वाले अखबार की तरफ से बताया गया है कि चीन नहीं चाहता है कि अमेरिका को स्थिति तनावपूर्ण करने का कोई और मौका मिले।

सूत्रों की ओर से बताया गया है कि चीन ने अपने पायलट्स और नेवी ऑफिसर्स को ऑर्डर दिए हैं कि अमेरिकी जेट्स और वॉरशिप्‍स के साथ टकराव की स्थिति में ज्‍यादा से ज्‍यादा संयम बरतें। चीन और अमेरिका के रक्षा मंत्रियों के बीच पिछले हफ्ते फोन पर बात हुई थी।

इस फोन कॉल के दौरान अमेरिका ने चीन को ज्‍यादा तवज्‍जो नहीं दी है। लेकिन कहा जा रहा है कि चीन की सरकार की सोच में बदलाव आया है। चीन की सरकार अब साउथ और ईस्‍ट चाइना सी पर बढ़ चुके तनाव को कम करने का फैसला ले चुका है।

पिछले माह अमेरिका ने दो एयरक्राफ्ट कैरियर्स यूएसएस निमित्‍ज और यूएसएस रोनाल्‍ड रीगन को साउथ चाइना सी पर तैनात कर दिया था। अमेरिकी नौसेना ने यहां पर चीन के दावे वाले क्षेत्र में अभ्यास किया था। साथ ही नाइट ड्रिल सर्विलांस को भी पूरा किया था।

अमेरिकी जेट्स चीन के गुआनदोंग और फुजियान प्रांतों में नजर आए हैं। चीन की नेवी ने भी ताइवान और साउथ चाइना सी के करीब ड्रिल को पूरा किया था। साथ ही उसके जेट्स ने इस क्षेत्र में उड़ान भी भरी थी।

चीन और अमेरिका के बीच साउथ चाइना सी पर तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन, इस हिस्‍से में अमेरिका के साथ तनाव कम करने की कोशिशों में लगा हुआ है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्‍ट की तरफ से बताया गया है कि चीन ने अपनी मिलिट्री को आदेश दिया है कि अमेरिकी सेनाओं के साथ साउथ चाइना सी पर जारी टकराव के बीच उनकी तरफ से पहली गोली नहीं चलनी चाहिए। अमेरिका और चीन के बीच यहां पर टकराव इतना बढ़ चुका है कि किसी भी समय कोई भी हादसा स्थिति को अनियंत्रित कर सकता है।

 

अमेरिकी सेनाओं को चीन की जनता ने कागजी शेर तक करार दिया था। लेकिन सूत्रों की मानें तो चीन की सेना को इस बात की चिंता था कि अमेरिका के साथ बड़ा टकराव अचानक हो सकता है।