भारत को लेकर चीन ने दिया ये बड़ा बयान, बताया सबसे ज़रूरी ये काम…

एलएसी दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य बातचीत हो चुकी है लेकिन फ़िलहाल नतीजा नहीं निकला.

 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने 30 जुलाई को मीडिया ब्रीफिंग में बताया था कि बातचीत के बाद फ़िलहाल इस मामले में कुछ प्रगति हुई लेकिन अभी यह बातचीत का दौर ख़त्म नहीं हुआ.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से सवाल किया था कि कोविड-19 महामारी की वजह से जिस तरह दुनिया पर असर पड़ा है और उससे अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक में बदलाव हुए हैं, ऐसे में चीन किस तरह अपनी कूटनीतिक प्राथमिकताएं तय कर रहा है. ख़ासकर अमरीका, रूस, यूरोपीय संघ, जापान और भारत के साथ.

चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि विवादित सीमाओं पर शांति कायम करना और भारत के साथ रणनीतिक भरोसा कायम करना चीन की कूटनीतिक प्राथमिकताएं हैं. चीन आने वाले समय में अपने पड़ोसियों के साथ ‘साझा हितों’ का विस्तार करने की कोशिश करेगा.

एक सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिजियान ने कहा, “जहां तक चीन भारत संबंधों की बात है तो दोनों देशों को मिलकर सीमा पर शांति और सुरक्षा कायम करनी चाहिए और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूती से आगे बढ़ाना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “हम अपने पड़ोसियों और दूसरे विकासशील देशों के साथ पारस्परिक विश्वास और साझा हितों को बढ़ाने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे.”