भारत दूसरे इलाकों में भी सैनिकों की मौजूदगी बढ़ा रहा है, ताकि चीनी सेना वहां से अतिक्रमण ना कर सके।चीन ने बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को लाइन ऑफ एक्जुअल कंट्रोल पर भेजा है।
दौलतबेग ओल्डी और इससे जुड़े इलाकों में भारतीय सेना की 81 और 114 ब्रिगेड चीनी सैनिकों को रोकने के लिए तैनात है। बता दें कि वायुसेना की मदद से यहां सैनिकों को हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया जा रहा है।
भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिक और भारी गाड़ियां लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के दोनों तरफ पैंगोंग त्सो झील और फिंगर एरिया में भारतीय क्षेत्र तक आ चुकी हैं। गलवान नाला एरिया में चीनी भारतीय पोस्ट KM120 से 10-15 किलोमीटर दूर तक आ गए हैं और टेंट गाड़ दिए हैं।
सूत्रों ने बताया कि चाइनीज भारतीय ठिकाने के सामने रोड बना रहे हैं। भारतीय पक्ष ने इस पर आपत्ति भी जताई है लेकिन उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण जारी रखा है।
गलवान इलाके में भारतीय सेना एक पुल बना रही है जिस पर चीनी सैनिकों ने आपत्ति जताई और सैनिकों की मौजूदगी बढ़ा दी है।
कोरोना संकट के दौरान भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। लद्दाख सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के नजदीक अलग-अलग स्थानों पर चीन ने 5000 सैनिकों को तैनात कर दिया है। भारती भी इसी अनुपात में यहां अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है।