चीन ने सीमा पर तैनात किए 10 हजार सैनिक, रात नौ बजे तक…

इससे पहले बैठक के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने इलाके में चीन के नये दावे पर चिंता जताई है और पुरानी स्थिति बहाल करने और तत्काल चीनी सैनिकों को गलवान घाटी, पेंगोंग सो और अन्य इलाकों से वापस बुलाने की मांग की।

सरकारी सूत्रों ने बताया कि वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास चुशूल सेक्टर में भारत की तरफ हुई। बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और रात नौ बजे तक चलती रही।

वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने किया, जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व तिब्बत सैन्य जिले के मेजर जनरल लियु लिन ने किया।

सूत्रों ने बताया कि भारतीय पक्ष ने सीमा से जुड़े मुद्दों के समाधान के दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के प्रावधानों का कड़ाई से पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बातचीत के केंद्र में तनाव को कम करने के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देना था।

सूत्रों ने बताया कि विश्वास बहाली के उपायों पर भी चर्चा हुई।भारत और चीन की सेनाओं के बीच मंगलवार को करीब 10 घंटे तक कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई जिसके केंद्र में पूर्वी लद्दाख के टकराव वाले क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे करने के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देना था।

लेकिन इसी बीच खबर मिली है कि चीन ने सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती को बढ़ाकर 10 हजार कर दिया है। यह तैनाती चीन लम्बी योजना के तहत कर रहा है। जिससे इस वार्ता पर पानी फिरते दिख रहा है।

इसके जवाब में भारत ने भी सीमा पर 2 नई डिविजन की तैनाती की है। बताया जा रहा है कि इसी के साथ भारत ने भी चीन के बराबर सैनिकों की तैनाती कर रखी है।