चीन ने इस देश को दी धमकी, कहा 24 घंटे के अंदर…

इसके जरिए चीन पहले छोटे देश को इन्फ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कर्ज देता है. उसे अपना कर्जदार बनाता है और फिर बाद में उसकी संपत्ति को अपने कब्जे में ले लेता है.

कोरोना काल में चीन की कर्जनीति से दुनिया के कई देश गुलामी की ओर बढ़ रहे हैं. अमेरिका, जर्मनी की कई शोध संस्थाओं ने चीन की इस कर्जनीति को लेकर बड़ा खुलासा किया है.

जर्मनी की कील यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक 2000 से लेकर 2018 के बीच देशों पर चीन का कर्ज 500 अरब डॉलर से बढ़कर 5 ट्रिलियन डॉलर हो गई. आज के हिसाब से 5 ट्रिलियन डॉलर 375 लाख करोड़ रुपए होते हैं.

पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना से जूझ रही है. दुनिया जानती है कि चीन के वुहान से फैला ये वायरस किस तरह महामारी का रूप ले चुका है, लेकिन आज हम बात चीन के कोरोना वायरस की नहीं बल्कि उसके कब्जे वाली कर्जनीति की करेंगे. चीन दुनिया को अपने कर्जनीति से गुलाम बनाने की कोशिश में है.