चीन ने अमेरिका को दिया ये करारा जवाब, कहा दोबारा…

चीनी विदेश मंत्री की वेबसाइट पर शनिवार को पोस्ट किए गए 11,000 शब्दों के लेख में चीन पर लगाए गए 24 झूठे आरोपों का बिंदुवार खंडन किया गया है।

 

इसमें कहा गया है कि अमेरिकी राजनेताओं और मीडिया आउटलेट्स द्वारा मनगढ़ंत तरीके से कोविड-19 पर अपर्याप्त प्रतिक्रिया के लिए चीन को दोषी ठहराया जा रहा है।

रविवार को इस लेख को चीन की पर भी प्रकाशित किया गया। साथ ही इसे शिन्हुआ के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से साझा भी किया गया।

कोरोना प्रकोप से ठीक प्रकार से नहीं निपटने को लेकर चीन पर लंबे समय से आरोप लग रहे हैं। बीजिंग लगातार खुद को निर्दोष बताता रहा है और खुद के बचाव के लिए कोई न कोई सबूत रखता है। यह लेख इसी बात का सबूत है। कोरोना वायरस को लेकर चीन को अंतरराष्ट्रीय जांच से गुजरना पड़ सकता है।

बीजिंग ने ट्रंप प्रशासन पर खुद की असफलताओं को छिपाने का आरोप लगाया है और कहा है कि ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए उसपर आरोप लगा रहे हैं।

हाल के कुछ सप्ताह में, अमेरिका ने चीन पर कोरोना वायरस को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। अमेरिका का कहना है कि चीन ने कोविड-19 को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां छिपाई, खासतौर पर प्रकोप के शुरुआती स्तर में।

साथ ही वह चीन में मरने वालों की संख्या को लेकर भी सवाल पूछता रहा है।हमेशा से ही चीन पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाता रहा है।

अमेरिका का आरोप है कि कोविड-19 का वायरस चीन की वुहान लैब में तैयार हुआ है। वहीं, अब आरोपों से बौखलाए चीन ने अमेरिका पर हमला बोला है।

चीन ने कोरोना वायरस पर लगाए जा रहे आरोपों का खंडन किया है और अमेरिकी राजनेताओं द्वारा वायरस को लेकर चीन को कहे जा रहे ’24 लाइज (झूठ)’ वाले बयान पर आपत्ति दर्ज कराई है।